त्योहार केवल उत्सव नहीं बल्कि मूल्यों के साथ समाज में एक साथ रहने की सीख देते हैं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उप-राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने दिल्ली स्थित लाल किला मैदान में दशहरा के उत्सव में भाग लिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उप-राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने दिल्ली स्थित लाल किला मैदान में दशहरा के उत्सव में भाग लिया। इस अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी मौजूद थे।
विजयादशमी के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किला रामलीला मैदान में रावण के पुतले का दहन किया। प्रधानमंत्री ने विजयदशमी को ख़ास तौर पर किसान,गांव और सामान्य जनमानस का उत्सव बताया। उन्होने कहा कि सभी त्यौहारों के साथ प्रकृति का भी संदर्भ जुड़ा हुआ है और ये चेतना देने का ही काम करते हैं। उन्होंने देश वासियों से संकल्प लेकर राष्ट्र निर्माण में जुट जाने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि “भारतीय त्योहार केवल उत्सव मनाने के अवसर नहीं होते बल्कि समाज को शिक्षित करने और मूल्यों के साथ समाज में एक साथ रहने की सीख देते हैं। ”
उन्होने इस मौक़े पर कहा कि ये त्यौहार बार-बार हर बार समाज को नई दिशा देतें हैं। प्रधानमंत्री ने विजयदशमी को ख़ास तौर पर किसान,गांव और सामान्य जनमानस का उत्सव बताया। उन्होने कहा कि सभी त्यौहारों के साथ प्रकृति का भी संदर्भ जुड़ा हुआ है और ये चेतना देने का ही काम करते हैं।
विजयादशमी के इस पर्व पर उन्होने देशवासियों से आह्वान किया कि 2022 में जब भारत आज़ादी के 75 वर्ष मनाऐगा तब देश के नागरिक ये संकल्प लें कि वे देश के लिए कुछ ऐसा कार्य करें जो देश में एक सुखद बदलाव लाऐ।
इस अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि विजय दशमी का त्योहार चरित्र और सामाजिक जीत को दर्शाता है। राष्ट्रपति ने कहा कि हर किसी को भगवान राम के आदर्शों को अपने जीवन में शामिल करने की कोशिश करनी चाहिए।

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