रोजगार उन्नयन में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की अहम भूमिका-उद्दोग मंत्री
“स्किल डेव्हलपमेंट एंड एमप्लायमेंट अपार्च्युनिटीज इन मेन्युफेक्चरिंग सेक्टर” सत्र में उद्योग मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल
उद्योग मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि रोजगार उन्नयन में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की अहम भूमिका है। इस क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा रोजगार उपलब्ध करवाया जा सकता है। श्री शुक्ल आज ग्लोबल स्किल समिट-2017’ मे स्किल डेव्हलपमेंट एंड एम्पलॉयमेंट अपार्च्युनिटीज इन मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर’ सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र में स्किल्ड मेनपॉवर को विकसित करना आज की जरूरत है। प्रदेश सरकार बेरोजगार युवाओं के लिए विभिन्न योजनाओं को संचालित कर रहा है।
सत्र में टेक्सटाइल्स सेक्टर स्किल काउंसिल के सीईओ श्री जे.बी. राव, रोजगार निर्माण बोर्ड के अध्यक्ष श्री हेमंत देशमुख, रेरा के अध्यक्ष श्री अंटोनी डिसा और प्रमुख सचिव उद्योग श्री मोहम्मद सुलेमान उपस्थित थे।
केन्द्रीय कौशल विकास मंत्रालय की संयुक्त सचिव सुश्री ज्योत्सना सिटलिंग ने कहा कि हमें कौशल विकास के पहले मेंटरशिप को बढ़ावा देना ज्यादा जरूरी है। इस बात पर ध्यान दिया जाना आवश्यक है कि सूक्ष्म और मझोले उद्योगों को स्थापित करने के लिये युवाओं को प्रेरित किया जाये।
टेक्सटाइल्स सेक्टर स्किल काउंसिल के सीईओ श्री जे.बी. राव ने कहा कि कृषि के बाद टेक्सटाईल ऐसा क्षेत्र है जिसमें सबसे ज्यादा रोजगार सृजित है। इस क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा कौशल विकास पर ध्यान दिया जाकर टेक्सटाईल उद्योग को और अधिक विकसित किया जा सकता है।
ऑटोमोटिव स्किल डेव्हलपमेंट काउंसिल के सीईओ श्री सुनील चतुर्वेदी ने कहा कि ऑटो-मोबाइल क्षेत्र में सिर्फ मैन्युफैक्चरिंग में ही रोजगार की संभावना नहीं, बल्कि इससे जुड़े तकनीकी सर्विसेस तथा प्योर सर्विस जैसे बैंकिंग तथा इंश्योरेंस आदि क्षेत्र में रोजगार की संभावनाएँ उत्पन्न होती हैं। उन्होंने कहा कि अगले 10 साल में ऑटोमोटिव सेक्टर में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 6 करोड़ युवाओं को रोजगार उपलब्ध होगा।
Naukri.com के सीईओ श्री बी. सुरेश ने कहा कि आज के युग में जीवित रहने के लिये परिवर्तन को स्वीकार करना आवश्यक है। ब्रिजस्टोन के कार्यकारी निदेशक श्री अजय सेवकरी ने कहा कि भविष्य में डिजिटल परिवर्तन ज्यादा से ज्यादा रोजगार के अवसर प्रदान करेगा।