पूरी निष्पक्षता से सम्पन्न कराएं निर्वाचन कार्य – मुख्य कार्यपालन अधिकारी
पूरी निष्पक्षता से सम्पन्न कराएं निर्वाचन कार्य – मुख्य कार्यपालन अधिकारी
सेक्टर आफीसर निर्वाचन की हर जानकारी रखें – डॉ सोनवणे
रीवा 20 अक्टूबर 2023. कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में सेक्टर आफीसरों का दो पालियों में चुनाव प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण के दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ सौरभ सोनवणे ने कहा कि सेक्टर आफीसर निर्वाचन की महत्वपूर्ण कडी हैं। अपने सेक्टर में उसे पूरे वैधानिक अधिकार प्रदान किए जा रहे हैं। सेक्टर के सभी मतदान केन्द्रों में सुचारू मतदान की व्यवस्था में समन्वय की पूरी जिम्मेदारी सेक्टर आफीसर की होगी। सभी सेक्टर आफीसर पूरी निष्पक्षता से निर्वाचन कार्य सम्पन्न कराएं।
उन्होंने कहा कि सेक्टर आफीसर मतदान को सुचारू सम्पन्न कराने के साथ मतदान केन्द्र की व्यवस्था के लिए भी पूरी तरह से जिम्मेदार होगा। निर्वाचन आयोग ने विधान सभा चुनाव को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए कई नये प्रावधान बनाए हैं। इनका पूरी तरह से पालन करें। समाचार पत्रों में पेड न्यूज पर नियंत्रण के लिए कडे प्रावधान बनाए गए हैं। उन्होंने सम्पत्ति विरूपण अधिनियम, कोलाहल नियंत्रण अधिनियम सहित निर्वाचन से जुडे विभिन्न कानूनों की जानकारी देते हुए इनका कठोरता से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मतदाता की पहचान सुनिश्चित होने पर ही उसे मत देने का अधिकार मिलेगा। निर्वाचन आयोग के पहचान पत्र सहित निर्धारित 16 में से कोई एक अभिलेख होने पर ही मतदान का अवसर मिलेगा।
सेक्टर अधिकारियों को प्रशिक्षण देते हुए नोडल अधिकारी प्रशिक्षण डॉ अमरजीत सिंह ने कहा कि सेक्टर आफीसर मतदान की प्रक्रिया, इलेक्ट्रानिक मशीन के संचालन, चुनाव प्रबंधन, निर्वाचन की आदर्श आचरण संहिता तथा निर्वाचन आयेाग के निर्देशों का बारीकी से गहन अध्ययन करें। चुनाव से जुडी हर तरह की जानकारी होेने पर ही सेक्टर आफीसर अपना कार्य कर सकेंगे। मतदान सामग्री के वितरण, मतदान की तैयारी, मतदान की प्रक्रिया तथा मशीनों की सीलिंग पर विशेष ध्यान दें। मतदान माकपोल के बाद ही शुरू होगा। इसका प्रमाण पत्र मतदान शुरू होने के तत्काल बाद सेक्टर आफीसर को निर्वाचन कार्यालय को प्रस्तुत करना है। ग्राम स्तरीय कर्मचारियों से लेकर एसडीएम, तहसीलदार तथा निर्वाचन से जुडी अधिकारियों के मोबाईल नम्बर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। अपने सेक्टर के अधिकारियों से नियमित सम्पर्क रखें। सेक्टर अधिकारियों को मतदान दिवस के कार्य, कानून और व्यवस्था बनाए रखने, मतपत्र लेखा तैयार करने, पीठासीन की डायरी तथा 16 बिन्दुओं क प्रपत्र को भरने की जानकारी दी गई। प्रशिक्षण में स्वेप प्लान, मतदाता सूची, अमिट निशान लगाने, टेण्डर बोट, चेलेन्ज बोट, प्राक्सी बोट का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान सेक्टर आफीसरों को ईव्हीएम मशीन का हैण्डस ऑन प्रशिक्षण भी दिया गया।