पैडी ट्रांस्प्लान्टर द्वारा धान की रोपाई का चलन बढ़ रहा है
रीवा 31 जुलाई 2023. जिले में खरीफ की मुख्य फसल के रूप में किसानों द्वारा धान की खेती की जाती है, किन्तु अत्यधिक श्रम एवं लागत तथा समय पर मजदूरों की उपलब्धता न होने के कारण धान की नर्सरी की रोपाई देरी से होती है फलस्वरूप उत्पादन प्रभावित होता है । किसानों की इन्ही समस्याओं के निराकरण के लिए कृषि अभियांत्रिकी विभाग द्वारा पैडी ट्रांस्प्लान्टर मशीन से धान की रोपाई करने पर जोर दिया जा रहा है।
पैड़ी ट्रास्प्लान्टर मशीन से धान की रोपाई हेतु धान की नर्सरी पहले ही चटाईनुमा अथवा ट्रे में तैयार की जाती है तथा 15 से 20 दिन के अंदर ही नर्सरी की रोपाई मशीन द्वारा, खेत में कर दी जाती है । पैडी ट्रांस्प्लान्टर मशीन दो प्रकार की होती है पहली वाक बिहाइंड (मशीन के पीछे पैदल चलने वाली ) तथा राइड ऑन (मशीन पर बैठकर चलने वाली) दोनों ही मशीनों की अपनी कार्य क्षमता है, राइड ऑन मशीन एक दिन में 8 एकड़ तक की धान की रोपाई कर सकती है वहीं वॉक बिहाइंड एक दिन में 1.5 से 2 एकड़ तक धान की रोपाई करती है । परंपरागत धान की रोपाई विधि की तुलना में मशीन द्वारा धान की रोपाई में श्रम,समय एवं लागत में लगभग 40 प्रतिशत की बचत होती है। उत्पादन में 25 प्रतिशत तक की वृद्धि होती है । पैडी ट्रांस्प्लान्टर मशीन को बढ़ावा देने एवं इस तकनीकी को प्रोत्साहित करने हेतु कृषि अभियांत्रिकी संचालनालय मध्य प्रदेश द्वारा अनुदान भी उपलब्ध कराया जा रहा है, इसमे योग्यतानुसार आवेदन करने पर 40 से 50 प्रतिशत तक का अनुदान दिया जा रहा है । उक्त विधि से धान की रोपाई कराने पर 4000 रूपए प्रति हेक्टेयर की दर से अनुदान सहायता दी जा रही है । वर्तमान में जिले के जवा, सिरमौर,हनुमना तथा रीवा विकासखंडों में कृषि अभियांत्रिकी द्वारा पैडी ट्रांस्प्लान्टर मशीन से धान की रोपाई का प्रदर्शन कृषि विभाग के अधिकारीयों एवं कृषकों की उपस्थिति में किया गया । जिले में कुल 30 से ज्यादा मशीने उपलब्ध हैं अनुदान हेतु आवेदन किये जा रहे हैं।
जो कृषक पैडी ट्रांस्प्लान्टर मशीन अनुदान पर क्रय करना चाहते है उन्हें ऑन डिमांड श्रेणी में अधिकृत विक्रेता अथवा कॉमन सर्विस सेंटर से आवेदन करना होगा जिसके लिए आवश्यक दस्तावेज; भूमि का दस्तावेज (खतौनी), आधार कार्ड, बैंक पासबुक, पासपोर्ट साइज फोटो एवं जाति प्रमाण पत्र (केवल अनु. जाती/ जनजाति हेतु ) तथा धरोहर राशि 5000 रूपए का डिमांड ड्राफ्ट सहायक कृषि यंत्री रीवा के नाम से बनवाकर उपलब्ध करानी होगी । आवेदन की अंतिम तिथि 3 अगस्त है। अधिक जानकारी के लिए कृषिक विभाग की वेबसाइट https://farmer.mpdage.org/Home/Index पर अथवा जिले के कृषि अभियांत्रिकी कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं ।