सिंहस्थ में साधु-संतों को मिल रही है निःशुल्क बिजली
मेला क्षेत्र में की जा रही निर्बाध विद्युत आपूर्ति
वैकल्पिक व्यवस्था के लिए 45 जनरेटर एवं 25 मोबाइल टॉवर
राज्य शासन द्वारा सिंहस्थ मेला क्षेत्र में अखाड़ों एवं उनके अनुयायियों, साधु, संत आदि को निःशुल्क बिजली उपलब्ध करवाई जा रही है। इस व्यवस्था पर लगभग 60 करोड़ रूपये का व्यय आयेगा, जो राज्य शासन द्वारा वहन किया जायेगा।
साधु-संतों के पण्डाल में सर्विस केबल भी लगाई गई है। इस पर 4 करोड़ 13 लाख रूपये का भार अनुमानित है। अब तक मेला क्षेत्र में आये सभी साधु, संत के पण्डालों के लिए 2210 बिजली कनेक्शन दिये जा चुके हैं। आगे भी मेला में पहुँचने वाले साधु, संतों के लिए विद्युत कनेक्शन तत्काल प्रदाय किये जायेंगे।
सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में निर्बाध विद्युत आपूर्ति की जा रही है। इसके लिए पुख्ता प्रबंध किये गये हैं। सतत सुरक्षित एवं निर्बाध विद्युत प्रदाय के लिए तीन प्लान ए, बी एवं सी बनाये गये हैं।
प्लान ए में मेला एवं शहरी क्षेत्र के लिए आवश्यक विद्युत के लिए दोगुनी अधोसरचना विकसित की गई हैं। उप केन्द्र से निकलने वाले 33 और 11 के.वी. फीडर को आपस में जोड़कर तथा विद्युत भार स्थानांतरित कर विद्युत प्रदाय की व्यवस्था की गई है।
प्लान बी में आकस्मिक स्थिति में वैकल्पिक व्यवस्था के लिए 45 जनरेटर और 25 मोबाइल टॉवर लगाये गये हैं।
प्लान सी में गम्भीर विद्युत अवरोध की स्थिति से निटपने के लिए 15 मिनट के अंतराल में गांधी सागर हाईड्रो पावर प्लांट से चार सौ के.वी. विद्युत नागदा के माध्यम से प्रदाय की जायेगी।