सफेद बाघ लौटा अपनी जन्म-भूमि में
विश्व की पहली व्हाइट टाइगर सफारी का आज से आगाज
मुख्यमंत्री श्री चौहान, केन्द्रीय मंत्री द्वय श्री जावड़ेकर तथा श्री तोमर करेंगे लोकार्पित
विन्ध्य क्षेत्र के वन्य-जीव इतिहास में 3 अप्रैल, 2016 स्वर्ण अक्षरों में दर्ज होने जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय इस्पात एवं खान मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर तथा केन्द्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन श्री प्रकाश जावड़ेकर की मौजूदगी में विश्व की पहली व्हाइट टाइगर सफारी का मुकुन्दपुर, सतना में लोकार्पण होने जा रहा है। इसके साथ ही विन्ध्य का गौरव पुन: विश्व के वन्य-जीवों के अध्याय में जीवंत हो उठेगा।
इस गौरवमयी समारोह में वन मंत्री श्री गौरीशंकर शेजवार, जनसंपर्क, ऊर्जा, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा तथा खनिज साधन मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, उपाध्यक्ष विधानसभा श्री राजेन्द्र कुमार सिंह, सांसद सर्वश्री गणेश सिंह, जनार्दन मिश्र तथा श्रीमती रीति पाठक सहित अनेक जन-प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे।
यह पल विन्ध्य के लिए अविस्मरणीय होगा क्योंकि विन्ध्य ने ही पूरी दुनिया को सफेद बाघ से परिचित करवाया। दुर्भाग्य से एक लम्बा समय ऐसा रहा जब विन्ध्य में ही सफेद बाघ का वंश नहीं रहा। जनसंपर्क तथा ऊर्जा मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल की वर्षों की कड़ी मेहनत और सार्थक कोशिश के बाद यह स्वर्णिम दिन आया है जब सफेद बाघ पुन: अपनी जन्म-स्थली में दहाड़ रहे हैं। चालीस वर्ष के अंतराल के बाद यह दहाड़ पुन: सुनाई दे रही है।
सफेद बाघ का रोमांच और जादू पूरी दुनिया में है। इस पर अनेक शोध किये गये हैं। पूरी दुनिया में जो सफेद बाघ पाले जाते हैं वे विन्ध्य क्षेत्र के सफेद बाघ ‘मोहन’ के ही वंशज हैं। कुदरत के इस अद्भुत करिश्मे को 1951 में रीवा के तत्कालीन महाराजा श्री मार्तण्ड सिंह ने पकड़ा था। उसे ‘मोहन’ नाम दिया गया था।