प्रदेश की समृद्धि एवं विकास में लघु एवं मध्यम उद्योगों की महत्वपूर्ण भूमिका-मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान

रीवा 08 अप्रैल 2021. प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल से प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में 1891 सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम इकाईयों का वर्चुअल लोकार्पण किया। इन इकाईयों के माध्यम से 50 हजार से अधिक रोजगार के अवसर श्रृजित होंगे। रीवा की तीन इकाइयों कृष्णा इन्डस्ट्रीज सिरमौर, पंचशील ब्रिाक्स भुण्डहा तथा लक्ष्मी राइस मिल का भी वर्चुअल लोकार्पण हुआ। मुख्यमंत्री जी ने उद्यमियों से संवाद भी स्थापित किया।
इस अवसर अपने उद्बोधन में श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश की समृद्धि व विकास का रास्ता उद्योग व लघु उद्योग से जाता है। यह उद्यमी प्रदेश के विकास में भागीदार हैं। उन्होंने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है जब रिकार्ड संख्या में 1891 इकाइयों का लोकार्पण हो रहा है जिनके माध्यम से 50 हजार 726 लोगों को रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के महामारी के संक्रमण काल में विषय परिस्थिति में भी ध्वस्त अर्थ व्यवस्था को पुन: पटरी पर लाने का प्रयास किया गया और इन इकाइयों की स्थापना उसी दिशा में एक कदम है। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के मंत्र को आत्मसात कर आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का निर्माण हमारी प्राथमिकता है। श्री चौहान ने युवाओं का आहवान किया कि वह रोजगार देने वाले बनें क्योंकि शासकीय क्षेत्र में सीमित अवसर है अत: युवा रोजगार के अवसर श्रृजित करें। उन्होंने आश्वस्त किया कि सभी औपचारिकताएँ पूरी होने पर उद्यम स्थापना की स्वीकृति 30 दिन में दे दी जायेगी तथा सरकार हर संभव मदद के लिये कृत संकल्पित है। हमारा संकल्प है कि प्रतिमाह एक लाख रोजगार के अवसर श्रृजित हो तथा प्रदेश आत्मनिर्भर प्रदेश बने। कार्यक्रम को मंत्री श्री ओमप्रकाश सकलेचा में भी सम्बोधित किया।
जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र रीवा के तत्वाधान में स्थानीय वृन्दावन गार्डन में लोकार्पण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर अपने उद्बोधन में पूर्व मंत्री एवं रीवा विधायक श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि किसी क्षेत्र का पूर्ण विकास उद्योग क्रांति के बिना संभव नहीं है। इससे बेरोजगारी व गरीबी दूर होती है और क्षेत्र का विकास होता है। उन्होंने कहा कि हरित, पर्यटन व उद्योग क्रांति से देश व प्रदेश का विकास संभव है। रीवा में हरित क्रांति का माध्यम बाणसागर की नहरें बनीं जिनसे हमारे किसान पंजाब व हरियाणा के किसानों को फसल उत्पादन में टक्कर दे रहे हैं। वहीं दूसरी ओर पर्यटन क्षेत्र में सफेद बाघ की वापसी, वाटर फाल्स, नेशनल पार्क व धार्मिक पर्यटन स्थल महत्वपूर्ण हैं। आज जरूरत है उद्योग क्रांति पर कार्य करने की। जिले में लघु व उद्यम उद्योगों की अपार संभावनाएँ है। रीवा जिला उत्तरभारत व पूर्वोन्तर भारत का प्रदेश द्वार है यहां उद्यम स्थापित कर उद्यमी अपने उत्पाद कम खर्चे में व आसानी से पहुंचा सकते हैं। उन्होंने बताया कि गुढ़, घूमाकटरा, घुरेहटा में नये औद्योगिक क्षेत्र विकसित कर उद्यम स्थापना के प्रयास जारी हैं।
कार्यक्रम में सिरमौर विधायक श्री दिव्यराज सिंह ने कहा कि युवाओं को नये इनोनेटिव आइडिया के लिये प्रेरित कर उनके कौशल के मुताविक उद्यम स्थापना में मदद की जा सकती है। संभावनाओं की पहचानकर जिले में उद्योग लगें व रीवा आत्मनिर्भर जिला बने। विद्यायक त्योंथर श्यामलाल द्विवेदी ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रदेश के साथ रीवा जिले के लिये आज का दिन सौभाग्यशाली है। नवीन उद्यम स्थापना जिले के लिये मील का पत्थर सावित होगा उन्होंने ने उद्यमियों को शुभकामनाएँ दीं। इस अवसर पर जिला भाजपा अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह ने कहा कि रीवा में व्यापार व उद्योग की असीम संभावनाएं हैं इनकी पहचाकर युवा स्वरोजगार स्थापना के लिये आगे आयें व जिले को विकसित जिला बनाने में भागीदार हों।
लोकार्पण अवसर पर कलेक्टर इलैयाराजा टी ने कहा कि सबसे ज्यादा रोजगार के अवसर सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योगों से श्रृजित होते है। उनमें कम लागत में अधिक रोजगार मिलता है। उन्होंने कहा कि समाज में लोगों का आर्थिक विकास जनप्रतिनिधियों, शासन व उद्यमियों के समन्वित प्रयास से होगा। रीवा जिले में युवा अवसर की खोजकर अपने कौशल अनुरूप उद्यम का चयन करें तथा उद्योग की स्थापना करें। प्रशासनिक स्तर पर उन्होंने हर संभव सहयोग के लिये आश्वस्त किया। कार्यक्रम में उद्यमी मोहित टंडन ने अपने विचार व्यक्त किये। नवीन उद्यम इकाई पंचशील ब्रिाक्स की मैनेजिंग डायरेक्टर श्रीमती संगीता सिंह ने भी अपने अनुभव साझा किये।
इससे पूर्व जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक यूबी तिवारी ने जिले में रोजगार श्रृजन व उद्यम विकास की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि रीवा जिले में आगामी दिसंबर माह तक 235.41 करोड़ रूपये के निवेश से 42 उद्योगों की स्थापना होगी। आज की तीन इकाइयों के लोकार्पण के साथ ही 9 उद्योग प्रारंभ हो चुके है। जिनमें 23 करोड़ रूपये की पूंजी निवेश हुआ है। वही 10 उद्योगों में अप्रैल-मई माह तक उत्पादन शुरू हो जायेगा जिनमें 75.19 करोड़ रूपये का पूंजी निवेश होगा। इन उद्योगों से 12500 रोजगार को अवसर श्रृजित होंगे। कार्यक्रम का शुभारंभ कन्यापूजन से हुआ। इस दौरान जिला उद्योग संघ के संरक्षण कमलेश सचदेवा, आरबीआई के अनुराग शाह, स्टेट बैंक के संजीव श्रीवास्तव, महाप्रबंधक मध्यांचल ग्रामीण बैंक श्री दीक्षित, एलडीएम रश्मेन्द्र सक्सेना सहित उद्यमी व विभागीय अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. संदीप पाण्डेय ने किया। सहायक प्रबंधक उद्योग केन्द्र वीपी तिवारी के आभार प्रदर्शन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।

Facebook Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *