रीवा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में ह्मदय रोग से पीडि़त बच्चों का किया गया इलाज
नव जीवन अभियान से ह्मदय रोग से पीडि़त 50 बच्चों की जांच एवं उपचार हुआ
रीवा 26 फरवरी 2021. जिले में कम पोषित बच्चों के पोषण स्तर के सुधार के लिये नव जीवन अभियान चलाया जा रहा है। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी के विशेष प्रयासों से इस अभियान को प्रबुद्धजनों तथा जागरूक नागरिकों के सहयोग से जिले भर में लागू किया जा रहा है। अभियान के तहत जनवरी तथा फरवरी माह में कम पोषित तीन हजार से अधिक बच्चों को उनके घर जाकर पौष्टिक आहार, फल-फूल एवं दवायें भेट की गर्इं। अभियान का तीसरा चरण एक मार्च को आयोजित किया जा रहा है। अभियान के तहत दो हजार से अधिक बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की गई। इनमें 40 बच्चे ह्मदय रोग से पीडि़त पाये गये। इन बच्चों के स्वास्थ्य की जांच एवं उपचार के लिये 26 फरवरी को सुपर स्पेशिलिटी हास्पिटल रीवा में विशेष शिविर आयोजित किया गया। शिविर में हास्पिटल के ह्मदय रोग विशेषज्ञों ने बच्चों के स्वास्थ्य की जांच करके आवश्यक दवायें दी।
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में ह्मदय रोग से पीडि़त बच्चों का ईको परीक्षण कर कार्डियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. व्हीडी त्रिपाठी, डॉ. एसके त्रिपाठी एवं डॉ. प्रदीप कुर्मी द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। परीक्षण के दौरान 80 प्रतिशत बच्चे जन्मजात ह्मदय रोग से संबंधित बीमारियों से ग्रसित पाये गये। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अक्षय श्रीवास्तव ने बताया कि अस्पताल में कार्डियोलॉजी विभाग प्रारंभ होने से जिले में ह्मदय रोग से पीडि़त बच्चों की जांच एवं उपचार संभव हो पाया। इसके पूर्व ह्मदय रोग से पीडि़त बच्चों को उपचार के लिए दूसरे जिलों में जाना पड़ता था। उन्होंने बताया कि भविष्य में कार्डियो थोरेसिक वस्कुलर सर्जरी विभाग में चिकित्सक उपलब्ध होने के उपरांत अधिकांश बच्चों का इलाज संभव हुआ। उन्होंने बताया कि ह्मदय रोग से पीडि़त रीवा के 15 बच्चे, सिरमौर के 3 बच्चे, जवा के 4 बच्चे, त्योंथर का एक बच्चा, हनुमना के 2 बच्चे, नईगढ़ी 7 बच्चे, रायपुर कर्चुलियान के 4 बच्चे, गोविंदगढ़ के 12 बच्चे और मऊगंज के 2 बच्चों का उपचार किया गया।
इस संबंध में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्रीमती प्रतिभा पाण्डेय ने बताया कि नव जीवन अभियान के दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग की राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम द्वारा ह्मदय रोग से पीडि़त बच्चों की पहचान की गई। इनके नि:शुल्क ऑपरेशन तथा उपचार की व्यवस्था नव जीवन अभियान से की जा रही है। अभियान के दौरान 125 बच्चे अन्य गंभीर रोगों से ग्रस्त पाये गये। इनके भी समुचित उपचार की व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जा रही है। नव जीवन अभियान से कम पोषित तथा गंभीर रोगों से ग्रस्त बच्चों को स्वस्थ एवं सुपोषित होने का अवसर मिला है।