इस वर्ष के अंत तक ग्रामीण क्षेत्र के 75 हजार घरों में होगी नल से जलापूर्ति
जल जीवन मिशन के कार्य तय समय-सीमा में पूरा करायें – कलेक्टर
रीवा 03 जुलाई 2020. कलेक्ट्रेट के बाणसागर सभागार में जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए कलेक्टर इलैयाराजा टी ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत वर्ष 2024 तक ग्रामीण क्षेत्र के हर घर में नल से जलापूर्ति का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसकी माहवार कार्य योजना तैयार करके उसके अनुरूप कार्य पूरा करायें। निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें। पूर्व से संचालित नल-जल योजनाओं तथा नई बनाई जा रही नल-जल योजनाओं के संचालन में समुदाय की सहभागिता सुनिश्चित करें। जल जीवन मिशन के तहत जल निगम तथा पीएचई निर्धारित समय-सीमा में सभी निर्माण कार्य पूरा करायें। शासन द्वारा तय कार्यक्रम के अनुसार इस वर्ष के अंत तक ग्रामीण क्षेत्र के 75 हजार घरों में नल कनेक्शन देकर नियमित जलापूर्ति सुनिश्चित करायें। कार्यों की प्रगति की हर सप्ताह रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि कार्यपालन यंत्री पीएचई अधीनस्थ मैदानी अमले की टूर डायरी हर माह तैयार करायें। अग्रिम टूर प्रोग्राम के अनुसार सभी अधिकारी भ्रमण करें। नल-जल योजनाओं के निर्माण, सुधार तथा हैण्डपंपों के सुधार के संबंध में ग्राम पंचायतवार प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। इसके लिए उपकरण तथा अन्य सामग्री लेकर जो वाहन क्षेत्र में जाता है उसके संबंध में भी पूरी जानकारी दें। कलेक्टर ने जल निगम के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि समूह नल-जल योजनाओं के निर्माण की सभी बाधाएं दूर करायें। इसके निर्माण कार्यों तथा भू-अर्जन प्रकरणों की पूरी जानकारी प्रस्तुत करें। समूह नल-जल योजनाओं के कार्य तय समय-सीमा में पूरा कराकर मार्च 2021 तक ग्रामीण क्षेत्र के 20 हजार घरों में नल से जलापूर्ति की सुविधा दें।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र की नल-जल योजनाओं को संचालित एवं संधारित करने के लिए आम जनता का सहयोग लें। इसके लिए जागरूकता अभियान चलायें। इन नल-जल योजनाओं में सामान्य पंचायतों में 10 प्रतिशत तथा अनुसूचित जाति एवं जनजाति बहुल पंचायतों में पांच प्रतिशत अंशदान जमा होना है। इसे मजदूरी अथवा नकद राशि के रूप में प्राप्त करें। बैठक में पीएचई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ग्रामीण नल-जल योजनाओं के बंद होने का प्रमुख कारण मोटर पंप की खराबी, पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने तथा ग्राम पंचायत द्वारा सहयोग न करना है।
बैठक में कार्यपालन यंत्री पीएचई शरद सिंह ने जल जीवन मिशन की प्रस्तावित कार्य योजना की जानकारी देते हुए बताया कि रीवा जिले में पूर्व से निर्मित नल-जल योजनाओं से घर-घर नल कनेक्शन देकर लगभग तीन लाख की आबादी को लाभान्वित किया जायेगा। रीवा के 137 गांवों में 68 हजार 255 घरों में तथा मऊगंज क्षेत्र के 24 गांवों में 6 हजार 904 घरों में इस वर्ष के अंत तक नल कनेक्शन दे दिया जायेगा। जल जीवन मिशन के कुछ निर्माण कार्य ग्रामीण विकास विभाग के कन्वर्जेंस से कराये जायेंगे। इनके संचालन के लिए प्रत्येक गांव में ग्राम जल स्वच्छता समिति गठित की जा रही है। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी स्वप्निल वानखेड़े, कार्यपाल यंत्री पीएचई मऊगंज डिवीजन रावेन्द्र सिंह, जल निगम के जिला प्रबंधक एचएल पटेल, उप संचालक कृषि यूपी बागरी, सहायक संचालक शिक्षा आरती सिंह तथा पीएचई विभाग के सहायक यंत्री एवं उपयंत्री उपस्थित रहे।