गेंहू उपार्जन केन्द्र में वही किसान आयें जिन्हें एसएमएस मिला है
कोरोना बीमारी को प्रदेश से उखाड़ फेकेगें – मुख्यमंत्री
सभी लोग आरोग्य सेतु एप को डाउनलोड करें
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने पत्रकारों के आर्थिक सहायता की उठाई बात
गेंहू उपार्जन केन्द्र में वही किसान आयें जिन्हें एसएमएस मिला है
रीवा 11 अप्रैल 2020. मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से निर्देश दिये कि लॉकडाउन का सख्ती से पालन करें। सभी लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। उन्होंने कमिश्नर, कलेक्टर तथा पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिये कि कोरोना संक्रमित इंदौर, भोपाल जिले से कोई भी व्यक्ति दूसरे जिलों में न जाने पाये। सुनिश्चित करें कि किसी भी जिले में कोरोना वायरस का संक्रमण किसी भी स्थिति में बढ़ने न पाये। लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों पर प्रकरण दर्ज कर कठोर कार्यवाही करें। कोई भी व्यक्ति कोरोना संक्रमण से बीमार होने पर बीमारी की बात छुपाये नहीं बल्कि चिकित्सक को सूचना देकर अपना परीक्षण करायें अन्यथा उनका यह कार्य आम जनता के प्राण को संकट में डालने का प्रयास मानकर इनके विरूद्ध उचित धाराओं में प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही की जायेगी। कोरोना से बचाव का एक मात्र उपाय सामाजिक दूरी बनाये रखना है। तभी कोरोना की चैन टूटेगी। मुख्यमंत्री ने भोपाल, इंदौर के कलेक्टरों को कोरोना संक्रमण रोकने के लिए कोरोना प्रभावित क्षेत्र को पूरी तरह से सील करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के समस्त शासकीय एवं अशासकीय मेडिकल कालेजों में टेÏस्टग लैब की स्थापना की जाय।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं दूध, सब्जी, फल, किराना एवं राशन की व्यवस्थाएं शासकीय एजेंसियों के माध्यम से सुनिश्चित की जाय। उन्होंने कहा कि जिला क्राइसेस मैनेजमेंट ग्रुप में शासकीय अधिकारियों के अलावा सांसद, विधायक एवं चिकित्सा विशेषज्ञ के साथ ही स्वंयसेवी संस्था एवं सामाजिक संस्थाओं को शामिल कर प्रभावी कार्य योजना बनाये। उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों का सर्वे एवं कोरोना संक्रमित व्यक्ति की टेÏस्टग की ओर विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा कि आरोग्य सेतु एप का अधिक से अधिक प्रचार किया जाय तथा सभी नागरिक इस एप को डाउनलोड करें। उन्होंने कहा कि आपदा की इस घड़ी में पुलिस बल अच्छा काम कर रही है वह पीड़ित मानवता की सेवा कर आमजन के साथ अच्छा व्यवहार करें तथा विश्वास में ले। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को आने वाले सप्ताहों में बढ़ने न दे इसका ड़टकर मुकाबला करें। उन्होंने कहा कि समस्त विधायक अपने विधायक निधि से कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए चिकित्सा उपकरण खरीदने हेतु आवंटन दे सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जमाखोरी तथा मुनाफाखोरी करने वालों के विरूद्ध प्रकरण दर्ज कर कठोर कार्यवाही करें। प्रत्येक जिले में आपदा प्रबंधन दल तत्काल गठित कर लें। मुख्यमंत्री ने उपचार व्यवस्था तथा दवाओं की आपूर्ति के संबंध में निर्देश दिये।
उन्होंने समर्थन मूल्य पर गेंहू उपार्जन प्रारंभ करने हेतु समीक्षा करते हुए कहा कि गेंहू उपार्जन के लिए किसानों को कोरोना वायरस से बचाव तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के उद्देश्य से जिलों में अधिक से अधिक उपार्जन केन्द्र बनाये जाय। प्रत्येक उपार्जन केन्द्र में एक दिन में 9 से 10 किसान ही गेंहू बेचनें आयें। उपार्जन केन्द्र में वही किसान आये जिसे एसएमएस प्राप्त हो गया हो। जिस किसान को एसएमएस न मिला हो वह उपार्जन केन्द्र न आकर एसएमएस का इंतजार करे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक केन्द्र में सेनेटाइजर एवं पीने के पानी की व्यवस्था उपलब्ध करायी जाय। उपार्जन केन्द्र में प्रात: काल अलग किसान को एवं शायं काल अलग किसान को बुलायें। गेंहू के भण्डारण की व्यवस्था के लिए अस्थाई कैप का निर्माण किया जाय। उन्होंने कहा कि 25 श्रेणियों के हितग्राहियों को उचित मूल्य की दुकान से नि:शुल्क राशन देने के लिए तीन माह का तथा बाद में दो माह का राशन जारी किया गया है। सुनिश्चित किया जाय कि प्रत्येक गरीब को नि:शुल्क राशन वितरित किया जाय।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने पत्रकारों के आर्थिक सहायता की उठाई बात:- वीडियो कान्फ्रेसिंग के दौरान रीवा एवं शहडोल संभाग के कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने मुख्यमंत्री से कहा कि जो पत्रकार कोरोना बीमारी के प्रभावित लोगों के कवरेज में जाते हैं उन्हें भी सरकार आर्थिक सहायता देना सुनिश्चित करें।
कलेक्ट्रेट के एनआईसी केन्द्र में कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव, कलेक्टर बसंत कुर्रे, पुलिस अधीक्षक आबिद खान, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अर्पित वर्मा, संयुक्त आयुक्त पीसी शर्मा, उप संचालक सतीश निगम तथा संबंधित अधिकारियों ने भाग लिया।