विकास बाधित करने वाले ताले को खोलना ही जनप्रतिनिधि का कार्य है – राजेन्द्र शुक्ल
विकास बाधित करने वाले ताले को खोलना ही जनप्रतिनिधि का कार्य है
रीवा 2 दिसंबर. पूर्व मंत्री मध्य प्रदेश शासन वर्तमान रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ल ने रीवा नगर निगम के नवीन परिषद भवन के विवादित लोकार्पण के बारे में कहा कि भवन जनता की सेवा के लिए बनाया गया है जनता की संपत्ति उसकी सेवा में समय पर कार्यरत होनी चाहिए जनता को सुचारु सुविधाएं मिले विकास कार्य समय पर पूरे हो उसका लाभ जनता को मिले इसके लिए लोकतंत्र में जनता जन प्रतिनिधि चुनती है। जनप्रतिनिधि का यह कार्य बनता है कि जिन कारणों से विकास प्रभावित होता है बाधित हो रहा हो उन्हें दूर करने की व्यवस्था बनाए और ऐसे तालों को खोले जिनके कारण विकास कार्य बंद पड़े हैंं।
ज्ञात हो कि पिछले दिनों रीवा की महापौर और एमआईसी के सदस्य सांसद रीवा तथा विधायक रीवा विधायक सेमरिया तथा अन्य जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में रीवा नगर निगम परिषद के नवीन परिषद भवन को जनता की सेवा में लोकार्पित कर दिया गया। लेकिन इस लोकार्पण में विवाद इस विषय पर हो गया कि महापौर जो कि नगर निगम की मुखिया हैं उनके कहने पर भी नवीन परिषद भवन का ताला नहीं खोला गया जिसके कारण इन जनप्रतिनिधियों की उपस्थित में ताला खोलकर भवन का निरीक्षण किया गया और यह देखते हुए कि भवन इस लायक है कि उसका उपयोग परिषद के कार्यों के लिए किया जा सके इसके चलते उसका विधिवत लोकार्पण कर दिया गया। लोकार्पण को लेकर विवाद की स्थिति तब बनी जब नगर निगम के कुछ कर्मचारियों के द्वारा यह कहते हुए एक एफ आई आर दर्ज कराई गई और 9 लोगों पर एफ आई आर दर्ज भी हो गई है कि सरकारी संपत्ति के विरूपण का कार्य तथा भवन मे अनधिकृत प्रवेश का कार्य हुआ है। इसी विषय पर पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल पर राजेन्द्र शुक्ल ने अपनाया वक्तव्य दिया है साथ ही उन्होंने कहा है कि रीवा मे हुए विकास कार्यों पर ही रीवा की जनता ने अपना आशीर्वाद 8 की 8 विधानसभा सीटें जिता कर दिया है। हमारी सरकार के समय रीवा के विकास की चर्चा चारों हो वह होने लगी थी रीवा विकास के नए आयाम छू रहा था । विकसित होते हुए रीवा की ख्याति वर्तमान सरकार द्वारा सहन नहीं हुआ इसलिए इस सरकार ने सरकारी कर्मचारियों को मोहरा बनाकर इस समय में रीवा के विकास कार्यों को बाधित करना प्रारंभ कर दिया है ।रीवा के विकास कार्यों पर ताला लगाने का प्रयास इस सरकार का सरकारी कर्मचारियों के माध्यम से किया जा रहा है ऐसे विकास विरोधी कार्यों को हम लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे ।रीवा की जनता विकास विरोधी कार्यों को सहन नही करेगी क्योंकि लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि है जनप्रतिनिधि उसके प्रतिनिधि के रूप में शासकीय सेवकों से विकास कार्यों को संपादित कराते हैं इसलिए रीवा नगर निगम के कर्मचारियों को अपने महापौर पर एफ आई आर दर्ज कराने का कोई आधार नहीं बनता है। क्योंकि महापौर रीवा नगर निगम की मुखिया हैंं उनको यह अधिकार है कि वह अपने भवन का निरीक्षण करें उन्हें जनता की सेवा में समर्पित करें और यह अधिकार बनता है कि वह ऐसे तालों को खोलें जो जनता की सेवा मे बाधक हों। नगर निगम रीवा के नवीन परिषद भवन का लोकार्पण करके महापौर ने विकास कार्य पर पड़े ताले को हटाया है और जनता की संपत्ति जनता की सेवा के लिए उपलब्ध कराया है। राजेंद्र शुक्ला ने कहा कि ऐसे ही विकास विरोधी तालोंं को खोलने के लिए जनता अपना जनप्रतिनिधि चुनती है जनप्रतिनिधि का यह उत्तर दायित्व बनता है कि वह विकास बाधित करने वाले सभी तालों को खोलें।