शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय में मनाया गया संविधान दिवस
मौलिक अधिकारों के साथ अपने कत्र्तव्यों का भी पालन करें – कमिश्नर डॉ. भार्गव
रीवा 26 नवम्बर 2019. शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय रीवा में संविधान दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि देश के संविधान में हमारे लिए मौलिक अधिकारों का प्रावधान किया गया है। इसके साथ-साथ मौलिक कत्र्तव्य भी संविधान में उल्लिखित हैं जिनका पालन करना हम सभी का कत्र्तव्य है। उन्होंने कहा कि अपने कत्र्तव्य से विमुख रहने वाला व्यक्ति देश का आदर्श नागरिक नहीं बन सकता। आदर्श नागरिक बनने के लिए संविधान में निहित मौलिक कत्र्तव्य एवं राज्य के नीति निर्देशक तत्वों का पालन जरूरी है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय संपदा के प्रति निष्ठावान रहें, पर्यावरण की रक्षा करें और राष्ट्रभक्ति का जज्बा रखकर देश के लिए हमेशा समर्पित रहें।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि 26 नवम्बर 1949 को संविधान सभा में हमारे देश के संविधान को अंगीकृत अधिनियमित और आत्मार्पित किया गया था। उन्होंने कहा कि संविधान की प्रस्तावना भारतीय संविधान की आत्मा है। संविधान हमारे ऊपर थोपा नहीं गया है बल्कि जनता ने स्वप्रेरणा से इसे अंगीकृत किया है। उन्होंने कहा कि संविधान दिवस मनाने का उद्देश्य है कि हमारी विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका कैसे काम करती है, जनता के प्रतिनिधियों को कैसे चुना जाता है, के बारे में जानकारी लोगों तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि हमारे देश का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा और लिखित संविधान है। हमारा संविधान कठोर तथा लचीला दोनों तरह का है। हमारे संविधान का मुकाबला दुनिया का कोई भी संविधान नहीं कर सकता है। हमारा संविधान डॉ. भीमराव अम्बेडकर के अथक प्रयास से बनकर तैयार हुआ है। उनके द्वारा दिए गए योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि दुनिया के कई देशों में लोगों को मताधिकार बहुत ही कठिनाइयों के बाद प्राप्त हुआ है। लेकिन हमारे देश के संविधान में बिना भेदभाव किए सभी को मताधिकार का अधिकार प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों का कत्र्तव्य है कि वह ज्ञान का फैलाव करें और विद्यार्थियों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने के लिए अपना महत्वूपूर्ण योगदान करें। इस अवसर पर संयुक्त संचालक लोक शिक्षण अंजनी कुमार त्रिपाठी, महाविद्यालय के प्राचार्य प्रफुल्ल कुमार शुक्ला सहित प्राध्यापकगण एवं रीवा और शहडोल संभाग से आये बीएड और एमएड के प्रशिक्षणार्थी उपस्थित थे।