निरोगी काया अभियान अन्तर्गत एनसीडी स्क्रीनिंग की प्रगति तेजी से बढ़ायें – कमिश्नर डॉ. भार्गव
लापरवाह बीएमओ, चिकित्सकों एवं अन्य स्टाफ को
कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश
रीवा 07 अक्टूबर 2019. कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव की अध्यक्षता में कमिश्नर कार्यालय में हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर अन्तर्गत निरोगी काया अभियान की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि अभियान के तहत 20 सितम्बर से 20 नवम्बर तक नॉन कम्यूनीकेबिल डिसीजेस (एनसीडी) की स्क्रीनिंग की जाना है। अभी तक संभाग में लक्ष्य के मुताबिक प्रगति काफी कम है, अत: एनसीडी स्क्रीनिंग की प्रगति बढ़ाने के लिए तेजी से प्रयास करें। उन्होंने इस कार्य में लापरवाही बरतने वाले बीएमओ, चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य विभाग के अन्य स्टाफ को नोटिस जारी कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। कमिश्नर ने बैठक में मौजूद संभाग के चारों जिलों के सीएमएचओ को उक्त निर्देश दिए।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने विभिन्न हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर पर एनसीडी स्क्रीनिंग की अभी तक प्रगति शून्य रहने एवं 10 प्रतिशत से कम पाये जाने पर गंगेव विकासखण्ड अन्तर्गत गुढ़वा स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी डॉ. हनुमन शुक्ला, महसाँव के डॉ. विनोद पाठक, त्योंथर के बीएमओ डॉ. नौसाद अहमद, हनुमना विकासखण्ड के डॉ. राजेन्द्र त्रिपाठी, डॉ. जगमोहन साकेत, रीवा में एपीएम अर्पिता सिंह तथा नईगढ़ी के डॉ. आदित्य सिंह की दो-दो वार्षिक वेतन वृद्धियां रोकने के निर्देश दिए। रामपुर बघेलान अन्तर्गत सिमोरा के डॉ. अखिलेश चौधरी, डॉ अशोक द्विवेदी तथा रामपुर नैकिन अन्तर्गत हनुमानगढ़ की डॉ. प्रेरणा त्रिपाठी की दो-दो वार्षिक वेतन वृद्धियां रोकने के निर्देश दिए। सिमरिया के डॉ. अतुल तिवारी, मझौली के डॉ. राकेश तिवारी तथा गोपला के डॉ. यशवंत सिंह की भी दो-दो वार्षिक वेतन वृद्धियां रोकने के निर्देश दिए।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने एनसीडी स्क्रीनिंग के लिए संभाग में विभिन्न स्थानों पर शिविर लगाकर प्रगति बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी बीएमओ अपने विकासखण्ड में मन लगाकर बेहतर से बेहतर कार्य करने की कोशिश करें। उन्होंने कहा कि जब मैं अगली बैठक लूंगा तो प्रगति अच्छी दिखना चाहिए। उन्होंने समस्त सीएमएचओ को निर्देशित करते हुए कहा कि जो चिकित्सक एवं अन्य कर्मचारी छुट्टी पर गये हैं उनकी छुट्टियां निरस्त कर काम पर वापस बुलायें। यदि वापस नहीं आते हैं तो अवैतनिक करने की कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि बिना किसी विशेष कारण के किसी को अवकाश स्वीकृत नहीं करें। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह में 50 प्रतिशत तक प्रगति लाने की कोशिश करें। उन्होंने दृढ़ इच्छाशक्ति, हौंसला और आत्मविश्वास बनाये रखकर कार्य करने की समझाइश दी। उन्होंने कहा कि जो चिकित्सक एवं कर्मचारी बीमारी के आधार पर अवकाश लेते हैं तो उनके चिकित्सा प्रमाण पत्र की जांच मेडीकल बोर्ड से करायी जाये।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि स्वान नेटवर्क की वजह से स्क्रीनिंग फीडिंग का कार्य प्रभावित नहीं हो। इस संबंध में सभी जिलों के कलेक्टर संज्ञान लेकर आवश्यक कार्यवाही करें। समीक्षा के दौरान कुसमी, सिहावल आदि में नेटवर्किंग की समस्या से अवगत कराया गया। उन्होंने कि स्क्रीनिंग, रेफरल, उपचार और डाटा फीडिंग, विभागीय गतिविधियों और नवाचार के कार्य लगातार करते रहें। उन्होंने कहा कि सभी हेल्थ और वेलनेस सेन्टर पर योगा क्लब, लॉफिंग क्लब और रनर्स क्लब बनवाये जायें। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव डालने वाली गतिविधियां निरंतर जारी रखें। उन्होंने पर्याप्त प्रचार-प्रसार कराने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अपनी कल्पना शक्ति बढ़ाकर हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर को अच्छा बनायें। उन्होंने कहा कि जो बीएमओ अच्छा नवाचार करेंगे उन्हें प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जायेगा। उन्होंने कहा कि संभाग को सुगम्य संभाग बनाने के उद्देश्य से सभी स्वास्थ्य संस्थाओं में निर्धारित मानक के रैम्प बनवाए जाएं। दिव्यांगजनों को कोई असुविधा नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि रैम्प बनने के पहले और बाद का फोटो भी भिजवायें। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि संभाग के समस्त एनआरसी में बच्चों के केयर तथा डॉक्टरों के भ्रमण की व्यवस्था सुनिश्चित करें। साथ ही समस्त एनआरसी में कम्प्यूटर की व्यवस्था सुनिश्चित करें ताकि एमआईएस अपडेट रहे।
बैठक में संयुक्त आयुक्त पीसी शर्मा, उप संचालक स्वास्थ्य सेवायें डॉ. एनपी पाठक, उप संचालक कमिश्नर कार्यालय सतीश निगम, सीएमएचओ रीवा डॉ. आरएस पाण्डेय सहित अन्य जिलों के सीएमएचओ, बीएमओ, चिकित्सकगण आदि उपस्थित थे।