अपने दायित्व का निर्वहन निष्ठा, लगन और समर्पण भाव से करें – कमिश्नर डॉ. भार्गव

 

रीवा 16 अगस्त 2019. शहर के आजाद नगर, उर्रहट स्थित सावी मदर स्कूल का 17वां वार्षिकोत्सव स्नेह उत्सव कार्यक्रम आज कृष्णा राजकपूर ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव थे। वार्षिक स्नेह उत्सव में छात्र-छात्राओं ने आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. भार्गव ने उपस्थित छात्र-छात्राओं, अभिभावकों एवं शिक्षकों को संबोंधित करते हुए कहा कि आजादी हमें स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के त्याग और बलिदान के फलस्वरूप प्राप्त हुई है। इस आजादी की हिफाजत करने के लिए हमें अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी निष्ठा, लगन और समर्पण भाव से करना चाहिए। हमें हमेशा रचनात्मक कार्यों और सकारात्मक सोच से राष्ट्र की सेवा में योगदान करना चाहिए। राष्ट्र की सेवा के लिए हमें सदैव तत्पर रहना चाहिए। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने प्रेरणादायी उद्बोधन देते हुए कहा कि सावी मदर मूलत: फ्रांसीसी थीं। उन्होंने महर्षि अरविंद योगी के साथ मिलकर शिक्षा के क्षेत्र में अमूल्य योगदान दिया। महर्षि अरविंद योगी हमारे देश के आदर्श शिक्षक थे। वे हमेशा गरीब बच्चों की मदद करते थे। उन्होंने बच्चों को राष्ट्र भक्ति का जो पाठ पढ़ाया उससे सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए। महर्षि अरविंद योगी के दर्शन को जीवन में उतार कर अपना ज्ञान बढ़ाने, आध्यात्मिकता, बौद्धिकता तथा सृजनात्मक क्षमताओं को बढ़ाने के लिए उसका उपयोग करना चाहिए। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने महर्षि अरविंद योगी के बताए हुए मार्ग पर चलकर बच्चों को ज्ञान बांटने के लिए सावी मदर स्कूल को बधाई दी। उन्होंने कहा कि हमारे शिक्षक ब्रम्हा, विष्णु और महेश तीनों के समर्पित दायित्व का निर्वहन करते हैं। शिक्षक विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का विकास करने का काम करते हैं। हमारी भारतीय संस्कृति में गुरू और शिष्य के संबंध अभिन्न होते हैं। बच्चे हमारे राष्ट्र की सबसे बड़ी दौलत हैं। सभी अभिभावक अपने बच्चों को फलीभूत होकर देखना चाहते हैं। बच्चों की क्षमता का आकलन कर अभिभावकों को उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए। अभिभावकों को चाहिए कि वह बच्चों की प्रतिभा को प्रोत्साहित करें। उन्हें चाहिए कि बच्चों के प्रति हमारा व्यवहार कैसा हो इस पर विचार करें। बच्चों को अच्छे संस्कार दें और उन्हें प्यार से आगे बढ़ने की समझाइश दें। कामयाबी हासिल करने के लिए तहजीब और संस्कार महत्वपूर्ण होते हैं। कामयाबी लगन, मेहनत, निष्ठा और परिश्रम से ही अर्जित की जा सकती है। इसके लिए चट्टान की तरह मजबूत इरादे रखकर आगे बढ़ना चाहिए।
कार्यक्रम का शुभारंभ छात्राओं द्वारा प्रस्तुत गणेश वंदना एवं सरस्वती वंदना के साथ हुआ। छात्राओं ने अतिथियों के सम्मान में स्वागत गीत प्रस्तुत किया। अतिथियों का शॉल, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया। कार्यक्रम में छात्रा महिमा सिंह एवं ग्रुप द्वारा संस्कृत भाषा में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ पर एक लघु नाटिका प्रस्तुत की गई। विद्यालय के संचालक सुजय सिंह ने स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन सुशील शुक्ला द्वारा किया गया। कार्यक्रम में जिला शहर कांग्रेस अध्यक्ष गुरमीत सिंह मंगू ने अपना उद्बोधन प्रस्तुत करते हुए कहा कि बच्चों को खेलना और घूमना दोनों जरूरी हैं। लेकिन इन सबसे ज्यादा जरूरी पढ़ना भी है। खेलने-कूदने से बच्चे स्वस्थ रहते हैं। उन्होंने बच्चों को अच्छे से पढ़ने-लिखने की समझाइश दी और कहा कि वे इस स्कूल से निकलकर प्रदेश, देश एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपना नाम रोशन करें। कार्यक्रम में प्रख्यात कवि दर्शन मिश्र राही, प्रोफेसर आरके सिंह, बीएल वर्मा, रमाशंकर सिंह, वरिष्ठ अधिवक्ता विनय सिंह, प्रकाश तोमर, उमा सिंह, रमेश ताम्रकार, अजय सिंह, पप्पू सिंह सहित अन्य लोग, छात्र-छात्राएं, शिक्षक-शिक्षिकाएं, अभिवावकगण व गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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