अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण के प्रकरणों का निराकरण तत्परता से कर हितग्राहियों को लाभ पहुंचायें – कमिश्नर डॉ. भार्गव
कलेक्टर कान्फ्रेंस के प्रथम सत्र में आयोजित
संभागीय समीक्षा बैठक में कमिश्नर ने दिये निर्देश
रीवा 27 जून 2019. कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने कमिश्नर कार्यालय में आयोजित कलेक्टर कान्फ्रेंस के प्रथम सत्र में अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम, राजस्व संबंधी कार्यों, कानून व्यवस्था, सांप्रदायिकता से संबंधित भूमि विवाद के प्रकरणों एवं विभिन्न राजस्व न्यायालयों में लंबित प्रकरणों सहित अन्य बिन्दुओं पर समीक्षा की। उन्होंने अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण नियम 1995 के अंतर्गत संभाग स्तरीय अनुश्रवण समिति की समीक्षा करते हुए प्रकरणों का निराकरण समय पर करने एवं हितग्राहियों को लाभान्वित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संभाग के सभी जिलों में परिलक्षित क्षेत्रों का चिन्हांकन करें। आपसी सद्भाव एवं समरसता के लिए संवैधानिक प्रावधानों के तहत कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होंने खण्ड स्तर पर नियमित रूप से बैठकें आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने छुआछूत मिटाने के लिए सभी जिलों में आदर्श ग्राम पंचायत का चयन करने, सद्भावना शिविर आयोजित करने एवं अंतर्जातीय विवाह आदि के संबंध में निर्देश दिए।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि पुलिस थानों में दर्ज प्रकरणों में से चालान हेतु लंबित प्रकरणों में यथाशीघ्र जांच की कार्यवाही पूर्ण कर चालान प्रस्तुत करें। न्यायालय में लंबित प्रकरणों के शीघ्र निराकरण के लिए आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होंने अत्याचार से पीड़ित व्यक्तियों के प्रकरणों का निराकरण कर नियमानुसार आर्थिक सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रीवा जिले में छुआछूत मिटाने के लिए त्योंथर विकासखण्ड की ग्राम पंचायत नौवस्ता को आदर्श ग्राम पंचायत के रूप में चयनित किया गया है। इसी तरह अन्य जिले भी आदर्श ग्राम पंचायत का चयन करें।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने राजस्व संबंधी कार्यों की समीक्षा करते हुए संभाग के सभी जिलों में राजस्व वसूली बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने राजस्व संबंधी प्रकरणों का निराकरण समय-सीमा में करने के निर्देश दिए। उन्होंने संभाग में रेत के अवैध उत्खनन एवं परिवहन पर कार्यवाही के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि उड़नदस्ता दल बनाकर अवैध उत्खनन एवं परिवहन की आकस्मिक रूप से जांच एवं वाहन राजसात करने की कार्यवाही करायें।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने निर्देश दिए कि शासकीय आवासों में जो व्यक्ति अनधिकृत रूप से निवास कर रहे हैं उनके खिलाफ एसडीएम के माध्यम से बेदखली की कार्यवाही करायें। उन्होंने ऐसे व्यक्तियों से नियमानुसार किराया वसूल करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भू-अर्जन के प्रकरणों में किसानों को समय पर मुआवजा दिलाना सुनिश्चित करें। उन्होंने शासकीय तालाबों से अतिक्रमण हटवाने के संबंध में भी निर्देश दिए। उन्होंने विभागीय निर्माण कार्यों की प्रगति बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्माण कार्यों की संतोषजनक स्थिति नहीं होने पर अपर कलेक्टर रीवा से कहा कि संबंधित अधिकारियों को शोकाज नोटिस जारी कर जवाब लें कि विभागीय निर्माण कार्यों में विलम्ब क्यों हो रहा है। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि भू-अर्जन के जिन प्रकरणों में अवार्ड पारित हो गया है उनकी राहत राशि तत्काल प्रदान करें। उन्होंने सभी जिला कलेक्टरों से कहा कि वे दस्तक अभियान के तहत प्रभावी कार्यवाही करें।
बैठक में कलेक्टर सतना डॉ. सतेन्द्र सिंह, कलेक्टर सीधी अभिषेक सिंह, कलेक्टर सिंगरौली केवीएस चौधरी, पुलिस अधीक्षक रीवा आबिद खान, संयुक्त आयुक्त विकास राकेश शुक्ला, अपर कलेक्टर इला तिवारी, उप संचालक पंचायत सतीश निगम, एडीशनल एसपी सतना गौतम सोलंकी सहित आदिम कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त, जिला संयोजक, डीपीओ, एडीपीओ, अजाक थाना आदि के अधिकारी उपस्थित थे।