पण्डित नेहरू ने भारत की अखंडता को कायम रखा
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ द्वारा पण्डित नेहरू का पुण्य-स्मरण
भोपाल : मई 26
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने भारत के पहले प्रधानमंत्री स्वर्गीय पण्डित जवाहर लाल नेहरू की पुण्य-तिथि 27 मई की पूर्व संध्या पर उनका स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। श्री नाथ ने युवा पीढ़ी का आव्हान किया कि वे पण्डित नेहरू के विचारों और योगदान से परिचित हों।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पण्डित नेहरू ने भारत की अनेकता में एकता की विरासत को समृद्ध बनाये रखते हुए भारत की अखंडता कायम रखी। वे आधुनिक भारत के निर्माता थे। उनके बिना अखंड भारत की कल्पना नहीं की जा सकती। उनके विचार वर्तमान परिप्रेक्ष्य में ज्यादा प्रासंगिक हो गये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पण्डित नेहरू साम्प्रदायिकता के घोर विरोधी थे। वे संस्थाओं के निर्माण और शांति की स्थापना के लिये हमेशा तत्पर रहते थे। वे विचारों की स्पष्टता के लिये विख्यात थे। भारत को आधुनिक बनाने में नेहरू जी का योगदान हमेशा याद रहेगा। उन्होंने कहा कि आज के भारत की नींव पण्डित नेहरू ने रखी थी। औद्योगीकरण की शुरूआत हो या वैज्ञानिक अभिरूचि पैदा करने की पहल या संसदीय प्रजातंत्र की नींव रखने की बात, पण्डित नेहरू का योगदान अतुल्य है।