कमिश्नर ने किया रायपुर कर्चुलियान एवं गंगेव विकासखंड में निर्माणाधीन नल-जल योजनाओं का निरीक्षण
समय-सीमा में कार्य पूरा नहीं होने एवं घटिया निर्माण कार्य पाये जाने पर जताई अप्रसन्नता
सभी निर्माणाधीन 80 नल-जल योजनाओं की जांच कर एक सप्ताह में मांगा प्रतिवेदन
रीवा 16 मई 2019. कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने संभाग में पेयजल की पुख्ता व्यवस्थाओं को ध्यान में रखते हुए औचक रूप से निर्माणाधीन नल-जल योजनाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने रायपुर कर्चुलियान एवं गंगेव विकासखण्ड में स्थित पीएचई विभाग द्वारा निर्मित कराई जा रही तीन नल-जल योजनाओं का निरीक्षण किया। रायपुर कर्चुलियान विकासखंड के अन्तर्गत ग्राम पंचायत रामनई में 200 किलोलीटर क्षमता एवं ग्राम पंचायत जोगिनिहाई डाड़ी टोला में 175 किलोलीटर क्षमता की नल-जल योजनाओं का निरीक्षण किया। इसी तरह गंगेव विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत बसेड़ा में 100 किलोलीटर क्षमता की नल-जल योजना का निरीक्षण किया। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कार्य समय-सीमा में पूरा नहीं होने पर अप्रसन्नता व्यक्त की। साथ ही उन्होंने घटिया निर्माण कार्य को देखकर संबंधित निर्माण कंपनी के ठेकेदार पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधीक्षण यंत्री पीएचई से कहा कि सभी निर्माणाधीन 80 नल-जल योजनाओं का निर्धारित मापदण्ड के अनुसार परीक्षण करें और एक सप्ताह में प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि निर्धारित मापदण्ड के अनुसार कार्य नहीं पाये जाने पर निर्माण कंपनी के ठेकेदारों पर पेनाल्टी लगाने, भुगतान रोकने एवं ब्लैक लिस्ट करने की कार्यवाही करें।
ग्राम पंचायत भवनों में रखा मिला ठेकेदारों का सामान :– निरीक्षण के दौरान कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव की नजर निर्माणाधीन नल-जल योजनाओं की टंकियों के पास स्थित ग्राम पंचायत भवनों पर पड़ी। उन्होंने ग्राम पंचायत जोगिनिहाई डाड़ी टोला के पंचायत भवन में जाकर देखा तो वहां निर्माण कंपनी के ठेकेदार का अनाधिकृत रूप से सामान बिखरा हुआ पड़ा था। शौचालय सहित पूरा भवन कबाड़खाना में तब्दील था। इस पर कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने वहां उपस्थित ठेकेदार शिवेन्द्र तिवारी को तत्काल ग्राम पंचायत भवन से सामान हटाने के लिए कहा। उन्होंने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के माध्यम से एफआईआर दर्ज कराकर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अनाधिकृत रूप से ग्राम पंचायत भवन पर जितने समय से कब्जा होगा उतने समय का किराया भी वसूल किया जाये। इसी तरह ग्राम पंचायत बसेड़ा के पंचायत भवन में ठेकेदार का सामान अनाधिकृत रूप से रखा हुआ पाया गया। उन्होंने अधीक्षण यंत्री पीएचई को सभी 80 नल-जल योजनाओं के ठेकेदारों के सामान रखने के स्थानों की जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्राम पंचायत सचिव एवं अन्य संबंधितों पर भी कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि निर्माणाधीन नल-जल योजनाओं की टंकियों के चारों ओर बाउण्ड्रीवाल जरूर बनवाई जाये। टंकियों के आस-पास पौधे लगाकर हरियाली बढ़ाई जाये एवं स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाये। टंकियों से पानी सीपेज न हो। टंकियों पर पानी की मितव्ययिता बरतने संबंधी स्लोगन लिखवाये जायें। उन्होंने निर्माण कार्यों में फिनिशिंग एवं गुणवत्ता का ध्यान रखने के निर्देश दिए। साथ ही निर्माण कार्यों को शीघ्रता से पूरा कर लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पेयजल की गुणवत्ता बनाये रखने के लिए टंकियों में क्लोरीनेशन जरूर करें। उन्होंने कहा कि नल-जल योजनाओं की पाइप लाइन डालने के कार्य में तेजी लाई जाये। उन्होंने रामनई में कहा कि यदि रश्मि मेटेलिक कंपनी द्वारा पाइप समय पर उपलब्ध नहीं कराये जाते हैं तो ब्लैक लिस्ट करने की कार्यवाही करें। उन्होंने बसेड़ा में पेयजल टंकी का घटिया निर्माण कार्य पाये जाने पर कृष्णा कन्स्ट्रक्शन सतना को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान संयुक्त आयुक्त राकेश शुक्ला, अधीक्षण यंत्री पीएचई आरजी सूर्यवंशी, कार्यपालन यंत्री शरद सिंह, सहायक यंत्री जेपी द्विवेदी एवं एचएल पटेल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।