फसलों के उपार्जन की सभी व्यवस्थाएं दो दिन में दुरूस्त करें – कमिश्नर डॉ. भार्गव
रीवा 09 मई 2019. कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव की अध्यक्षता में संभाग में चल रही उपार्जन व्यवस्था के संबंध में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। उन्होंने कहा कि किसानों की फसलों का उपार्जन व्यवस्थित ढंग से करना सुनिश्चित करें। गेंहू, चना, मसूर, सरसों की खरीदी के पश्चात उसका परिवहन समय पर सुनिश्चित किया जाये। खरीदी गई फसलों का भुगतान भी समय पर सुनिश्चित किया जाये। भुगतान की स्थिति ठीक नहीं होने पर कमिश्नर डॉ. भार्गव ने संभाग के तीन जिलों रीवा, सीधी एवं सिंगरौली के डीएमओ (जिला मार्केटिंग ऑफीसर) को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने उपार्जन व्यवस्था में लापरवाही बरतने पर क्षेत्रीय प्रबंधक मार्कफेड नेहा पीयूष तिवारी एवं महाप्रबंधक जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक आरएस भदौरिया को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने करहिया कृषि उपज मण्डी में बारदाना खत्म होने से खरीदी प्रभावित हाने के कारण मंडी सचिव की दो वार्षिक वेतन वृद्धियां रोके जाने के लिए नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने सीधी एवं सिंगरौली में परिवहन की स्थिति ठीक नहीं पाये जाने के कारण नाराजगी व्यक्त की।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि उपार्जन केन्द्रों पर बारदाना के अभाव में तुलाई का कार्य प्रभावित नहीं हो। उन्होंने कहा कि समितियों पर पर्याप्त मात्रा में बारदाना पहुंचाना सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने खरीदी के बाद भुगतान के स्वीकृति पत्रक तत्काल उसी दिन जारी करने एवं भुगतान की ट्रेकिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भण्डारण के लिए पर्याप्त गोदामों की व्यवस्था करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि उपार्जन केन्द्रों में तौल के लिए निर्धारित राशि से अधिक राशि वसूले जाने की शिकायतें प्राप्त न हों। उन्होंने अच्छी गुणवत्ता वाले गेंहू की ही खरीदी करने के निर्देश दिए साथ ही चना, मसूर, सरसों के स्वीकृति पत्रक जारी कर भुगतान कराने के निर्देश दिए।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने संभाग में चल रही उपार्जन व्यवस्था दो दिन के अंदर दुरूस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने इस संबंध में संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर को पत्र लिखकर आवश्यक निर्देश देने के लिए कहा। उन्होंने सभी जिला कलेक्टरों से अपेक्षा की है कि खरीदी केन्द्रों पर सुरक्षा व्यवस्था के पर्याप्त इंतजाम रखे जायें। आवश्यकता होने पर वैधानिक कार्यवाही की जाए। उपार्जन से जुड़ी सभी टीमें निरंतर भ्रमण करें। कलेक्टर सुनिश्चित करें कि पात्र किसानों की ही खरीदी की जाये। खरीदी केन्द्रों पर छाया-पानी की व्यवस्था की जाना सुनिश्चित करें। वर्षा से बचाव के पर्याप्त इंतजाम करें। आंधी-तूफान एवं वर्षा से किसानों की खरीदी गई फसल बर्बाद नहीं हो। खरीदी की कार्यवाही के संबंध में बैठकें आयोजित करें। सभी उपार्जन केन्द्रों पर खरीदी करायें तथा किसानों को उनकी फसल के उपार्जन का समय पर भुगतान करें। उपार्जन कार्य में लगे श्रमिकों का भी शीघ्र भुगतान सुनिश्चित किया जाये। किसानों के खातों के परीक्षण संबंधी रिपोर्ट जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक को प्रस्तुत करें। ट्रांसपोर्ट यात्रा के समतुल्य स्वीकृति पत्रक जारी करें। ट्रांसपोरेशन आनुपातिक रूप से करें तथा ट्रांसपोर्टर्स का भुगतान करें। बारदानों की आपूर्ति खरीदी केन्द्रों में अनियमित ढंग से न हो इसके लिए सतत निगाह रखकर उपार्जन का पूर्वानुमान लगाकर बारदानों की आपूर्ति सुनिश्चित की जाये। ईपीओ (इलेक्ट्रिक पेमेंट आर्डर) लंबित नहीं रहें। समिति प्रबंधक अथवा उपार्जन प्रभारी इनमें तत्काल डिजिटल सिग्नेचर कर इसकी पोर्टल में निरंतर ट्रेकिंग भी करें। असफल भुगतान के कारणों को देखकर उनका निराकरण करें। यदि खाते गलत हैं तो उनका डीईओ लॉगिन से सुधार करायें। नोडल एजेंसी के खाते में राशि नहीं होने पर यदि भुगतान असफल हुआ है तो रि-पुश करें। बारदाना तथा भण्डारण की व्यवस्था पर निगरानी बनाये रखें। इसी तरह लंबित धान का भुगतान एक सप्ताह में करना सुनिश्चित करें।
उपार्जन व्यवस्था के संबंध में क्षेत्रीय प्रबंधक मार्कफेड नेहा पीयूष तिवारी मोबाइल नम्बर 9340115749 एवं मॉर्केटिंग ऑफीसर पीके परोहा मोबाइल नम्बर 9131489429 पर किसान कोई भी समस्या होने पर सम्पर्क कर सकते हैं। बैठक में संयुक्त आयुक्त विकास राकेश शुक्ला, खाद्य नियंत्रक राजेन्द्र सिंह ठाकुर, क्षेत्रीय प्रबंधक मॉर्कफेड नेहा पीयूष तिवारी, महाप्रबंधक जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक आरएस भदौरिया सहित उपार्जन व्यवस्था से जुड़े अन्य अधिकारी उपस्थित थे।