अन्तर्राष्ट्रीय श्रम दिवस पर विधिक साक्षरता दिवस संपन्न
रीवा 01 मई 2019. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जिला एवं सत्र न्यायाधीश अरूण कुमार सिंह के मार्गदर्शन में अंर्तराष्ट्रीय श्रम दिवस पर विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन वार्ड क्रमांक-6 में एकत्रित हुए श्रमिक और महिलाओं की उपस्थिति में किया गया।
इस अवसर पर न्यायाधीश सुश्री राखी साहू ने कहा कि आज की दुनिया श्रम के बदौलत ही शिखर में पहुंची है। जिसका पूरा श्रेय श्रमिकों को जाता है। न्यूनतम मजदूरी अधिनियम, मजदूरी संदाय अधिनियम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यदि श्रमिक का कार्य के उपरांत वेतन मिले या कम मिले तो पीड़ित व्यक्ति जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से विधिक सहायता प्राप्त कर श्रम न्यायालय में प्रकरण दर्ज करवा सकता है। उन्होंने घरेलू हिंसा अधिनियम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अब आज की नारी कहीं सताई नहीं जाएगी। उसके लिए सौगात लेकर के आया है घरेलू, हिंसा अधिनियम जो कि महिलाओं के साथ घर में होने वाली हिंसा से सुरक्षित करने के लिए बनाया गया।
अभय कुमार मिश्रा जिला विधिक सहायता अधिकारी ने कहा कि 14 वर्ष से कम के बालक यदि मजदूरी करते पाए जाते हैं तो वह घोर अपराध की श्रेणी में आता है। खासकर लोग अपने घरों में, दुकानों में, होटलों में ऐसे बालकों का उपयोग कर रहे है किन्तु यह भूल जाते है कि जब भी यह मामला संज्ञान में लिया जाएगा उनके विरूद्ध आपराधिक प्रकरण कायम हो सकता है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण इस तरह की जानकारी आम आदमी को देकर समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करता है ताकि हम एक बेहतर समाज के निर्माण में सहयोगी बन सके।
कार्यक्रम में डॉ. विवेक द्विवेदी ने कहा कि श्रम कानून तभी प्रभावी होगा जब न्यायालय में जाकर अपने अधिकारों की मांग रखेंगे। होटल, फैक्ट्री, खदान और ऐसी जगहों पर जो मजदूर काम करते हैं। अक्सर उनके साथ नाइंसाफी होती है। मालिक उन्हें उनके श्रम का मूल्य नहीं देते है। दुर्घटना होने पर उन्हें क्षतिपूर्ति नहीं मिलती। परंतु जिला विधिक सेवा प्राधिकरण आश्वस्त करता है जब भी कानूनी मदद की आवश्यकता होगी नि:शुल्क विधिक सहायता उपलब्ध कराई जायेगी। इसी क्रम में कौशलेश सिंह अधिवक्ता ने संबोधित करते हुए कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण आज श्रम दिवस पर जगह-जगह कार्यक्रम कर श्रम नियमों की जानकारी लोगों को दे रहा है। मजदूर समाज के लिए एक बहुत बड़ी आवश्यकता है जब तक उसे संबल नहीं दिया जायेगा वह अपनी लड़ाई अकेले नहीं लड़ पायेगा। कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन श्रीमती ममता सिंह ने किया।