मतदान व सामाजिक कार्य में पूर्ण परिणाम आना चाहिए : टी एन मिश्रा
युवा केन्द्र रीवा युवा कार्यक्रम खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा विश्व पृथ्वी दिवस एवं मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि श्री टी एन मिश्रा (राज्य निदेशक नेहरू युवा केन्द्र संगठन मध्यप्रदेश भोपाल) अध्यक्षता पीयूष सोलंकी (जिला युवा समन्यवयक नेहरू युवा केन्द्र रीवा) विशिष्ट अतिथि डॉ मुकेश एंगल (सहायक प्राध्यापक कन्या महाविद्यालय रीवा ) श्रीमती सौम्या जैन (कार्यक्रम समन्यवयक सतना) श्रीमती गुंजा शुक्ला (कार्यक्रम समन्यवयक रीवा) रही ।
कार्यक्रम का शुभारंभ युवाओं के प्रेरणा श्रोत स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा पर दीप्रज्वलित कर पुष्प अर्पित कर किया गया तदोपरांत अतिथियों का स्वागत भैया लाल पटेल रवी सिंह अनामिका सिंह आकाश शुक्ला ज्योती शुक्ला ने किया
कार्यक्रम का संचालन नेहरू युवा केन्द्र के लेखापाल जे आर पांडेय जी ने किया।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि श्री एंगल ने कहा कि आज इस पृथ्वी दिवस पर हम बात करे तो पर्यावरण का विषय बहुत बड़ा है हम सबसे सुंदर ग्रह पर निवास करते है, जी हाँ धरती, जो हरियाली से युक्त बेहद सुंदर और आकर्षक है। हमारे रीवा की बात करे तो हमारे रीवा में कुदरती पेड़ रहे है प्रकृति हमारी सबसे अच्छी साथी होती है जो हमें धरती पर जीवन जीने के लिये सभी जरुरी संसाधन उपलब्ध कराती है। प्रकृति हमें पीने को पानी, सांस लेने को शुद्ध हवा, पेट के लिये भोजन, रहने के लिये जमीन, पशु-पक्षी, पेड़-पौधे आदि हमारी बेहतरी के लिये उपलब्ध कराती है। हमें बिना इसके पारिस्थितिक संतुलन को बिगाड़े इसका आनन्द लेना चाहिये। हमें अपने प्राकृतिक परिवेश का ध्यान रखना चाहिये, स्थिर बनाना चाहिये, साफ रखना चाहिये और विनाश से बचाना चाहिये जिससे हम अपनी प्रकृति का हमेशा आनन्द ले सकें। ये हम इंसानों को ईश्वर के द्वारा दिया गया सबसे खूबसूरत उपहार है जिसे नुकसान पहुँचाने के बजाय उसका आनन्द लेना चाहिये ।
अध्यक्षता कर रहे श्री सोलंकी ने कहा कि धरती पर जीवन जीने के लिये भगवान से हमें बहुमूल्य और कीमती उपहार के रुप में प्रकृति मिली है। दैनिक जीवन के लिये उपलब्ध सभी संसाधनों के द्वारा प्रकृति हमारे जीवन को आसान बना देती है। एक माँ की तरह हमारा लालन-पालन, मदद, और ध्यान देने के लिये हमें अपने प्रकृति का धन्यवाद करना चाहिये। मुख्य अतिथि श्री टी एन मिश्रा ने कहा कि नेहरू युवा केन्द्र चेतना का केंद्र है हम सब मे ऊर्जा का इतना संचारण होना चाहिए की हम कार्य छेत्र के सूखे जगहों में युवाओं को प्रेरित कर समाज मे अग्रसर कर सके। जिस प्रकार से घर में कोई बड़ा आता है तो उत्साह बढ़ता है ऐसे ही हमे युवाओं को प्रोत्साहित करना चाहिए हम ऐसे कार्य करे कि शत प्रतिशत परिणाम होना चाहिए हमारी संस्कृति परंपरा में जैसे दुल्हन सजी हो वैसे ही धरती माँ भी हरि भरी हो गहनों सी सजी हो हमे स्मृति स्वारूप प्राकृत में पेड़ लगाना चाहिए जैसे पीपल बरगद पाकर भगवान ब्रम्हा विष्णु महेश का स्वारूप है । प्रकृति हमारी वास्तविक माँ की तरह है प्रकृति का अन्वेषण प्रकृति निहारने वालों के लिए एक प्रमुख व परिचित गतिविधि है- पक्षियों को निहारना । इसके अन्तर्गत किसी अच्छे स्थान पर बैठकर पक्षियों को पहचानना, उन्हें चिन्हित करना तथा उनके व्यवहार का अवलोकन करना शामिल है ।आज के इस आधुनिक युग का मनुष्य प्रकृति को बहुत साधारण और तुच्छ समझने लगा है। क्योंकि प्रकृति हर जगह मौजूद है इसलिए लोग इसे आसानी से मिलने वाला एक तुच्छ वस्तु समझने लगे हैं। हो सके आपको मेरी यह बात बुरी लगे परंतु यह इस संसार का एक सबसे बड़ा सच है।
साथ ही हम सब को मतदान के लिए कार्यक्रम का आयोजन बस नही करना है लोगो को प्रेरित कर पूर्ण मतदान का परिणाम देना है। सभी को सपथ पूर्ण मतदान के लिए सपथ दिलाई गई।
कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन भैया लाल पटेल ने दिया । साथ ही कार्यक्रम के समापन पर इंटरशिप कर रही श्रीमती पुष्पा चंदेल ने नेहरू युवा केन्द्र के कार्यक्रमों पर शोध प्रस्तुतिकरण पर अपने विचार व्यक्त करते हुए शोध प्रोजेक्ट प्रस्तुत किया जिस पर श्रीमती चंदेल को अच्छे कार्य पर सम्मानित कर प्रमाण पत्र दिया गया ।
कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन श्रीमती गुंजा शुक्ला ने करते हुए कहा कि बहुत-बहुत आभार आप सभी अतिथियों का जो हम सभी को आप सभी का मार्गदर्शन मिला ऐसे ही आप का आशीर्वाद मिलता रहे कार्यक्रम में राजलाल दाहिया जी ,राष्ट्रीय स्वयंसेवक रवी सिंह ,आकाश शुक्ला ,पुष्पराज, धर्मपाल, अनामिका ,सोनल, शैलू, दीपेंद्र, युवा शक्ति युवा मंडल के कोषाध्यक्ष धीरज सिंह भी रहे।
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