देश के विकास में महिलाओं व युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण – राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल
अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा का सप्तम दीक्षांत समारोह संपन्न
रीवा 01 फरवरी 2019. अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा का सातवां दीक्षांत समारोह मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ की राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय की कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। इस अवसर पर राज्यपाल ने विभिन्न संकायों में उपाधि धारक विद्यार्थियों को उपाधियाँ एवं स्वर्ण पदक वितरित किये।
इस अवसर पर अपने उद्बोधन में राज्यपाल ने कहा कि देश के विकास में महिलाओं व युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है। मातृशक्ति देश के विकास में भागीदार बन रही हैं। आज दीक्षांत समारोह में भी उपाधि प्राप्त करने वालों में मातृशक्ति की संख्या अधिक रही है जो इस बात का प्रतीक है कि बेटियाँ हर क्षेत्र में आगे आ रही हैं। उन्होंने प्रदेश के विश्वविद्यालयों में आपस में प्रतिस्पर्धा होने की बात कही ताकि मध्यप्रदेश के विश्वविद्यालय देश व विश्व के विश्वविद्यालयों की उच्चतम श्रेणी में अपना स्थान स्थापित कर सकें।
राज्यपाल ने पर्यावरण एवं जल संरक्षण की चर्चा करते हुए कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी प्रवेश के समय एक पौधा अवश्य लगायें तथा उसकी देखभाल करें तभी परिसर हरा-भरा बना रह पायेगा। उन्होंने सभी से अपने आसपास शहर व गांव को स्वच्छ रखने की भी अपेक्षा की। राज्यपाल ने उपाधि धारक विद्यार्थियों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि समाज व देश के नव निर्माण में भागीदार बनें तथा उत्कृष्ट स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों से अन्य विद्यार्थी भी प्रेरणा लें।
कार्यक्रम में दीक्षांत उद्बोधन देते हुए पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त जयबीर सिंह ने कहा कि देश को विश्व गुरू बनाने में युवा भागीदार बनें। लक्ष्य के साथ अपने कर्तव्य को निभाते हुए देश को उच्चतम शिखर तक ले जाने के लिये उन्होंने विद्यार्थियों का आह्वान किया। उन्होंने राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल की जीवन यात्रा से प्रेरणा लेने की बात कही। श्री सिंह ने कहा कि आज के दीक्षांत समारोह में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश दिखा जहाँ बेटियों ने बेटों से ज्यादा उपलब्धियाँ हासिल कीं। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अवधेश प्रताप सिंह सहित विन्ध्य व देश के अन्य स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के योगदान की भी चर्चा की।
इस अवसर पर पतंजलि विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि संकल्प लेकर चलने से कार्य का मार्ग प्रशस्त होता है। संकल्प में विकल्प नहीं होना चाहिए वरन प्रवृत्ति में निरंतरता व दृढ़ता आवश्यक है तभी जीवन के उच्च स्तर पर पहुँचा जा सकता है। उन्होंने स्वदेशी एवं स्वाबलंबी होने की भी बात कही। उपाधि धारकों को राष्ट्र एवं परिवार को आगे रखकर कार्य करने की शुभकामनाएँ दीं। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संस्थान के चेयरमैन की अनुपस्थिति में उनके द्वारा प्रेषित संदेश का वाचन उनके प्रतिनिधि डॉ. संजीव कुमार जोशी ने किया।
मानद उपाधि से सम्मानित किया गया – राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने पतंजलि विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य बालकृष्ण को डी. लिट एवं रक्षा अनुसंधान एवं विकास संस्थान के चेयरमैन डॉ. जी सतीश रेड्डी को डी.एस.सी. मानद उपाधि से विभूषित किया। इससे पूर्व राज्यपाल दीक्षांत शोभायात्रा के साथ कार्यक्रम स्थल पहुंची। प्रो. के.एन. सिंह यादव ने विश्वविद्यालय का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। माँ सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख् दीप प्रज्जवलन व राष्ट्रगान के गायन साथ दीक्षांत समारोह की शुभारंभ हुआ। छात्राओं ने सरस्वती वंदना व विश्वविद्यालय गीत की प्रस्तुति दी। राज्यपाल ने स्मारिका का विमोचन भी किया।
राज्यपाल ने छोटे बच्चों को वितरित की प्रेरणादायी पुस्तकें :- राज्यपाल ने दीक्षांत समारोह में उपस्थित प्राथमिक कक्षा के नन्हे-मुन्हे बच्चों को प्रेरणादायी पुस्तकें भेंट की। कार्यक्रम में अतिथियों को शाल-श्रीफल एवं प्रतीक चिन्ह भेंट किये गये। इस अवसर पर आयुक्त रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव, विधायक सिरमौर दिव्यराज सिंह, मुख्यकार्यपालन अधिकारी मयंक अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक आबिद खान, प्रभारी कुल सचिव डॉ. पुष्पा सोनवानी सहित विभिन्न संकायों के विभागाध्यक्ष, गणमान्य नागरिक प्राध्यापक पत्रकार व बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ स्थानीय नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. दिनेश कुशवाहा ने किया।