जनता द्वारा कार्यों के मूल्यांकन को ही सही माना जायेगा : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने छिन्दवाड़ा में अधिकारियों की बैठक ली
भोपाल : सोमवार, दिसम्बर 31, 2018
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि सरकारी विभागों और अधिकारियों के कार्य के जनता द्वारा किये गये मूल्यांकन को सही माना जायेगा। यदि जनता कहती है कि अच्छा कार्य हो रहा है, तो राज्य सरकार भी अच्छा मानेगी। अगर जनता ने कहा कार्य नहीं हो रहा है अथवा अपेक्षानुसार नहीं है, तो राज्य सरकार भी जनता की राय को ही मानेगी। मुख्यमंत्री आज छिंदवाड़ा संभाग के अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर थे।
मुख्यमंत्री श्री नाथ ने कहा कि योजना और सरकार के निर्णय के मैदानी स्तर पर क्रियान्वयन की व्यवस्था को सुदृढ़ बनाया जाये। योजना का शत-प्रतिशत वास्तविक लाभ आम जनता को मिले। नीतियाँ और योजनाएँ गरीब, कमजोर वर्गों और अनुसूचित जाति-जनजाति वर्गों के विकास और हित संरक्षण को केंद्र में रखकर तैयार कर प्रभावी ढंग से क्रियान्वित की जायें।
सोच और विचारों को परिवर्तन अनुसार बदलने की आवश्यकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि नियम, नीति बदलने से ज्यादा फायदा नहीं होता। सोच और विचारों को वर्तमान आवश्यकता और तेज गति से हो रहे परिवर्तन के अनुसार बदलने तथा आत्मसात करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि नई सोच, दृष्टिकोण और जागरूकता के साथ कार्य करने की जरूरत को समझा जाये। आज नयी तकनीक और इंटरनेट का जमाना है। लोगों में जागरूकता है। इन सबको ध्यान में रखकर अधिकारी कार्य को बेहतर बनाने के लिये विचार करें तथा सुझाव दें। राज्य सरकार तक यह सुझाव पहुँचाये कि क्या परिवर्तन लाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि गरीब और कमजोर व्यक्ति को राज्य सरकार का संरक्षण और सपोर्ट मिलना चाहिये और उन्हें यह महसूस भी होना चाहिये। उनके कल्याण के लिये नियमों को शिथिल करने पर भी विचार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जो नियम-कायदे, परम्पराएँ बहुत लंबे समय से चले आ रहे हैं, वे ही सही हैं, यह मानना आज के समय में सही नहीं माना जा सकता। इन्हें जागरूकता और सही सोच के साथ परखा जाना चाहिये।
अधिकारी-कर्मचारी शासकीय सेवा को जनता के सेवक की दृष्टि से देखें
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों/कर्मचारियों से कहा कि वे अपनी शासकीय सेवा का सम्मान करें और स्वयं को जनता की नजर में सम्मानित बनायें। अपनी शासकीय सेवा को जनता के सेवक की दृष्टि से देखें। उन्होंने कहा कि शासकीय सेवक विकास और जन-कल्याण के माध्यम हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारी विधायकों और जन-प्रतिनिधियों के साथ मिल कर जन-सुनवाई करें। जनता की समस्याओं को सुलझायें। यदि किसी समस्या का निराकरण उनके स्तर पर संभव नहीं है तो विधायकों का सहयोग लें। मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने कहा कि मैं जन-प्रतिनिधि हूँ और जन-प्रतिनिधि के दायित्व को शत-प्रतिशत निभाऊंगा। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है अधिकारी नये नजरिये, लगन और उत्साह से जन-सेवा के लिये तत्पर रहेंगे। प्रशासन और सेवा के स्तर को उत्कृष्ट बनायेंगे।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने बैठक में छिंदवाड़ा जिले में हो रहे विकास कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि अधिकारी ऐसा उत्कृष्ट कार्य करें, कि छिंदवाड़ा जिला विकास उदाहरण बन जाये। उन्होंने कहा कि छिंदवाड़ा की अलग पहचान यहाँ की नई सकारात्मक, रचनात्मक सोच, नजरिये, दृष्टिकोण और जागरूकता की वजह से है। इसे कायम रखकर आगे बढ़ें।
वनोपजों का लाभ वनवासियों, आदिवासियों को मिले
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि चिरौंजी, हर्रा आदि वनोपजों का लाभ वनवासियों, आदिवासियों को मिले। खनिज विकास मद की राशि का पूरा-पूरा सदुपयोग सुनिश्चित किया जाये। ऐसी शासकीय भूमि और भवनों का जो वर्षो से अनुपयोगी रही है, उनका उपयोग गरीब, कमजोर वर्गों के लिये जनहित में किया जाये। उन्होंने कहा कि डब्ल्यू.सी.एल. (वेस्टर्न कोल फील्ड लिमिटेड) की अनेक खदानें वर्षो से बंद हो चुकी हैं। इन खदानों की भूमि राज्य सरकार द्वारा लीज पर दी गई है। ऐसी भूमि का सदुपयोग हो सकता है। इस भूमि के उपयोग से उद्योग और खेती को बढ़ाने की योजनाओं को लाया जा सकता है और रोजगार के अवसर बढ़ाये जा सकते हैं।
वचन पत्र के अनुसार छिंदवाड़ा में विकास को गति दें
मुख्यमंत्री ने कहा कि छिंदवाड़ा जिले में सिंचाई सुविधा का विस्तार किया जाये। जहाँ एक ओर उपलब्ध सिंचाई जलाशयों की पूरी क्षमता का उपयोग हो, वहीं दूसरी ओर मिनी और माइक्रो सिंचाई सुविधाओं का विस्तार किया जाये। अमरवाड़ा, हर्रई और तामिया क्षेत्रों में प्राथमिकता से ध्यान देकर सिंचाई सुविधाएँ बढ़ाई जायें। सिंचाई सुविधाएँ बढ़ाने के प्रयासों में लोगों को विस्थापन की पीड़ा नहीं झेलना पड़े और न ही वन भूमि नष्ट होने पाये, इस बात का विशेष ध्यान रखा जाये। उन्होंने कहा कि सभी विभाग अगले 15 दिनों में विधायकों के साथ उनके मार्गदर्शन में ऐसी कार्य-योजना बनायें, जो सही और न्यायपूर्ण हो। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में कृषि उत्पादन बढ़ा है। इस बढ़े कृषि उत्पाद का बेहतर उपयोग सुनिश्चित किया जाये। छिन्दवाड़ा में हाईवे और अन्य सड़कों के निर्माण से बड़ी धनराशि का निवेश यहाँ हुआ है, जिससे आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ी हैं और लोगों की क्रय शक्ति बढ़ी है। श्री कमल नाथ ने कहा कि गौ-शालाओं का निर्माण हो तथा इसमें ग्राम पंचायत और ग्रामीणों का सक्रिय सहयोग लिया जाये । उन्होंने कहा कि वचन पत्र के अनुसार छिन्दवाड़ा में विकास को गति दी जाये।
छिंदवाड़ा कलेक्टर डॉ.श्रीनिवास शर्मा ने बैठक में मुख्यमंत्री को जिले में द्रुत गति से चल रहे विकास कार्यों और जन-कल्याणकारी योजनाओं तथा कार्य-योजनाओं से अवगत कराया। बैठक में विधायक सर्वश्री दीपक सक्सेना, सोहनलाल वाल्मिकी, सुनील उईके और निलेश उईके, संभागायुक्त श्री आशुतोष अवस्थी, पुलिस महानिदेशक श्री अनंत कुमार सिंह और समस्त जिला अधिकारी मौजूद थे।