खसरा-रूबेला एमआर वैक्सीन से शिशुओं का होगा टीकाकरण – संयुक्त संचालक
खसरा-रूबेला नियंत्रण अभियान की जिला स्तरीय कार्यशाला संपन्न
रीवा 14 दिसम्बर 2018. बच्चों को घातक खसरा तथा रूबेला रोग से बचाव के लिये जिले भर में आगामी जनवरी तथा फरवरी माह में विशेष अभियान चलाया जायेगा। अभियान के तहत नौ माह से 15 वर्ष तक की आयु के बच्चों को खसरा एवं रूबेला रोग के नियंत्रण के टीके लगाये जायेंगे। अभियान के संबंध में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला जिला मुख्यालय में आयोजित की गई। कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए संयुक्त संचालक स्वास्थ्य डॉ. एसके सालम ने कहा कि अभियान के लिये विभाग द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुसार तैयारियाँ करें। इससे जुड़े सभी डॉक्टरों तथा अन्य कर्मचारियों को उचित प्रशिक्षण दें। खसरा एवं रूबेला रोग के नियंत्रण के लिये चलाये जाने वाले अभियान में 15 वर्ष तक के बच्चों को चिन्हांकित करके उनका टीकाकरण करें।
कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरएस पाण्डेय ने कहा कि जिले भर में नौ माह से 15 वर्ष तक की आयु के सभी बच्चों का चिन्हांकन करके सूची बनायी जा रही है। सभी स्कूलों, मदरसा, आंगनवाड़ी केन्द्र, प्ले स्कूल तथा आश्रमों में दर्ज 15 साल तक के सभी बच्चों का अभियान के दौरान टीकाकरण किया जायेगा। अभियान को सफल बनाने के लिये स्वास्थ्य विभाग अन्य विभागों तथा स्वयं सेवी संस्थाओं का भी सहयोग लिया जायेगा। अभियान में शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा आदिमजाति कल्याण विभाग को भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जायेगी। जन अभियान परिषद, नेहरू युवा केन्द्र, स्वयं सेवी संस्थाओं को भी अभियान से जोड़ा जायेगा।
कार्यशाला में जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ बसंत अग्निहोत्री ने बताया कि नये खसरा तथा रूबेला नियंत्रण वैक्सीन पूर्व की तुलना में अधिक कारगर है। यह पूरी तरह से सुरक्षित है। पूरे देश में 15 करोड़ से अधिक बच्चों को एमआर टीका लगाया जा चुका है। बच्चों के अभिभावकों को भी एमआर वैक्सीन के संबंध में जागरूक करना आवश्यक है जिससे हर माता पिता अपने बच्चे का टीकाकरण करा सके। कार्यशाला में विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि डॉ. विनय कौशिक तथा उप संचालक स्वास्थ्य डॉ. एनपी पाठक ने अभियान के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एमआर वैक्सीन शिशुओं तथा किशोरियों के लिये वरदान साबित होगा। कार्यशाला में सिविल सर्जन डॉ. संजीव शुक्ला, डॉ. बीएल मिश्रा, डॉ. प्रदीप शुक्ला, डॉ. हरिशचन्द्र मिश्रा, सभी मेडिकल आफीसर, आयुष विभाग के चिकित्सक तथा महिला एवं बाल विकास विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी शामिल रहे।
खसरा और रूबेला रोग से मुक्त बनाने के लिये जिले भर में अभियान अगले माह
रीवा 14 दिसम्बर 2018. बच्चों को खसरा और रूबेला रोग से मुक्त बनाने के लिए पूरे प्रदेश के साथ-साथ रीवा जिले में भी अभियान चलाया जायेगा। यह अभियान आगामी जनवरी तथा फरवरी माह में चलेगा। भारत सरकार द्वारा शुरू किये जा रहे इस अभियान के तहत नौ माह से 15 वर्ष तक के बच्चों को खसरा रोग तथा रूबेला रोग के उन्मूलन के लिए टीकाकरण किया जायेगा। भारत शासन द्वारा वर्ष 2020 तक खसरा एवं रूबेला उन्मूलन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
अभियान के संबंध में आयुक्त स्वास्थ्य विभाग डॉ. पल्लवी जैन ने चिकित्सकों को निर्देश जारी किये हैं। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में वर्ष 2010 से 2017 के बीच खसरा नियंत्रण अभियान चलाकर नौ माह से 10 वर्ष तक की आयु के लगभग डेढ़ करोड़ बच्चों को खसरे का अतिरिक्त टीका लगाया जा चुका है। अभियान के दौरान 15 वर्ष तक के शत-प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण किया जायेगा। अभियान के दौरान जिस बच्चे का टीकाकरण किया जा चुका है उसे एक माह के बाद एमसीवी-2 की डोज दी जायेगी। जिन शिशुओं की आय नौ माह हो गई है उन्हें खसरे के स्थान पर खसरा रूबेला वैक्सीन एमआर दी जायेगी। अस्पतालों में अब खसरे के स्थान पर एमआर वैक्सीन से ही टीकाकरण किया जायेगा। सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अभियान के संबंध में दिये गये निर्देशों के अनुसार समस्त तैयारियां पूरी कर लें।