उद्योग मंत्री श्री शुक्ल ने हनुमना में नवीन मण्डी प्रांगण का लोकार्पण एवं भूमि पूजन किया
प्रदेश सरकार ने किसानों के हित में अनेक कल्याणकारी योजनायें प्रारंभ की हैं – उद्योग मंत्री
उद्योग एवं खनिज साधन मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने 3 करोड़ 15 लाख रूपये की लागत से निर्मित नवीन मण्डी प्रांगण का लोकार्पण किया तथा 2 करोड़ 83 लाख रूपये की लागत से स्वीकृत कव्हर्ड शेड निर्माण, आन्तरिक सड़क, पम्प हाउस एवं नाली निर्माण हेतु भूमि पूजन किया।
मंत्री श्री शुक्ल ने विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुये कहा कि हनुमना मण्डी परिसर में नवीन मण्डी प्रांगण का निर्माण हो जाने से यहां किसानों को अपनी उपज बेचने की सुविधा होगी। उन्हें उपज का उचित दाम मिलेगा। प्रदेश सरकार ने किसानों की आय दुगनी करने के लिये अनेक कल्याणकारी योजनायें प्रारंभ की है।
कार्यक्रम में सांसद जनार्दन मिश्र, मण्डी अध्यक्ष स्वदीप सिंह, मण्डी बोर्ड की उप संचालक प्रवीण चौधरी, सचिव जय नारायण शर्मा, जिला पंचायत सदस्य रामकली कोल, श्रीमती उर्मिला सिंह, सत्यमणि पाण्डे, मातेश्वरी पाण्डेय, वीरेन्द्र गुप्ता, केशकली, शंकरलाल गुप्ता, गौसंवर्धन बोर्ड के उपाध्यक्ष राजेश पाण्डेय, संतोष सिसोदिया, पूनम गुप्ता चन्द्रप्रभा गुप्ता सहित किसान एवं ग्रामीण उपस्थित थे।
उद्योग मंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने गेंहू उपार्जन का भुगतान किसानों के खातों में 35 हजार करोड़ रूपये जमा कराये हैं। किसानों को जीरो प्रतिशत ब्याज पर ऋण सुविधा दी जा रही है। किसानों को समृद्धशाली बनाने की कल्पना को मूर्तरूप दिया जा रहा है। सिंचाई सुविधा को 40 लाख हेक्टेयर से बढ़ाकर 80 लाख हेक्टेयर करने के लिये कार्य योजना तैयार की गई है। प्रधानमंत्री आवास योजना में कच्चे आवास में रहने वाले ग्रामीणों को पक्के आवास दिये जा रहे हैं। आयुष्मान भारत योजना प्रारंभ कर सभी को 5 लाख रूपये तक चिकित्सा सुविधा दी गई है। दुर्घटना से मृत्यु होने पर 4 लाख रूपये अनुदान दिया जाता है। ग्रामीण महिलाओं को धुएँ से मुक्ति दिलाने के लिये उज्जवला योजना से गैस कनेक्शन दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री जी को संयुक्त राष्ट संघ द्वारा चैम्पियन्स आफ अर्थ अवार्ड प्रदान किया गया। बहुत शीघ्र हम विश्व का नेतृत्व करने वाले है। प्रदेश सरकार द्वारा अब 5 एकड़ तक के किसानों को संबल योजना का लाभ दिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि जन प्रतिनिधि का दायित्व है कि वह अपने मन में विकास के प्रति जुनून पैदा करें और आमजन की समस्याओं का हल करें। पूर्व में रीवा से हनुमना की रोड बदहाली की स्थिति में थी। हनुमना पहुंचने में 4 घंटे से अधिक समय लग जाता था। अब रीवा से हनुमना की चम-चमाती रोड है मात्र एक घंटे में यहां पहुंचना मुमकिन हो गया है। सभी को लगातार 24 घंटे बिजली मिलने लगी। प्रदेश सरकार ने प्रदेश का चहुमुखी विकास कर प्रदेश को बीमारू राज्य के कंलक को मिटाकर विकसित राज्य की श्रेणी में ला खड़ा किया है। पहले कहीं भी बाईपास सड़कें नहीं थी लेकिन आज रीवा, रायपुर, देवतालाब, कटरा, सोहागी, चाकघाट, मऊगंज में कई बाईपास सड़को का निर्माण किया गया।
सांसद जनार्दन मिश्र ने कहा कि रीवा का सतत् विकास हो रहा है। बाणसागर बांध से रीवा के ग्रामों में सिंचाई सुविधा प्राप्त होने से यहां के किसान सोना उगा रहे हैं। सोन नदी उनके लिये वरदान सिद्ध हुई है। यहां के किसानों ने 253 करोड़ रूपये की धान बेची, 40 हजार क्विंटल चना बेचा है। फसल बीमा योजना का समुचित लाभ दिलाने प्रदेश सरकार अपनी स्वयं की बीमा कंपनी बना रही है। सरकार किसानों की फसलों का स्वयं बीमा कर उन्हें दावा राशि वितरित करेगी। केन्द्र सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ा दिया है। रीवा में रानी तालाब का जीर्णोंद्धार की तर्ज पर चिरहुला तालाब का चार करोड़ रूपये की लागत से सौन्दर्यीकरण किया गया। इसमें प्रदेश सरकार का 69 लाख रूपये तथा जन भागीदारी से 3 करोड़ 31 लाख रूपये का अंशदान दिया गया।