बीहर रिवर फ्रंट तथा आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित पंचम मठ सौन्दर्यीकरण का उद्योग मंत्री ने किया भूमिपूजन
रीवा शहर के मध्य से निकलने वाली बीहर नदी में बाबाघाट (विक्रम पुल) से राजघाट (किला रीवा) तक सौन्दर्यीकरण का कार्य किया जाकर पाथवे बनाया जायेगा। इस प्रकार यह रिवर फ्रंट देश में बनने वाला तीसरा रिवर फ्रंट होगा। इसके साथ ही आदि शंकराचार्य जी द्वारा स्थापित पंचम मठ (पचमठा) का विकास कार्य कर इसका सौन्दर्यीकरण किया जायेगा।
प्रदेश के उद्योग नीति एवं खनिज साधन मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने पुर्नघनत्वीकरण योजना से 2690.24 लाख से कराये जाने वाले कार्य का आज भूमि पूजन किया। इस अवसर पर अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि आज का कार्यक्रम आध्यात्मिक महत्व से जुड़ा कार्यक्रम है प्रदेश के मुख्यमंत्री जी ने आदि शंकराचार्य जी की आध्यात्म यात्रा के दौरान पचमठा के विकास की जो घोषणा की थी वह शीघ्र ही मूर्त रूप ले लेगी। उन्होंने कहा कि रीवा शहर के मध्य से निकलने वाली बीहर नदी हमारे लिये वरदान है अब ऐसी व्यवस्था व कार्य योजना बनायी गयी है जिससे यह नदी बाढ़ नही लायेगी। साबरमती व गोमती के रिवर फ्रंट के बाद बीहर नदी में बनने वाले देश के तीसरे रिवर फ्रंट में दोनों किनारों में डेढ़-डेढ़ किलो मीटर पाथवे बनेगा जो नदी की सुंदराता में चार चाँद लगायेगा जिससे नैसर्गिक दृश्य उपस्थ्ति होगा। इसके मार्ग में आने वाले मठ मंदिरों का सौन्दर्यीकरण भी किया जायेगा। बाबाघाट से राजघाट तक क्रूज भी चलेंगे।
इस प्रकार रीवा के अन्य पर्यटन स्थलों को देखने आने वाले पर्यटक यहां पहुंचकर सुकून व शांति महसूस कर पायेंगे। उन्होंने कहा कि यह परियोजना मील का पत्थर साबित होगी। इसके निर्माण से रीवा का परिदृश्य बदलेगा तथा रीवा में विकास के कार्य निरंतर होते रहेंगे। उद्योग मंत्री ने संस्कृत शिक्षा के पठन-पाठन हेतु रीवा में केन्द्र स्थापना हेतु भी आश्वस्त किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कमिश्नर रीवा संभाग महेशचन्द्र चौधरी ने कहा कि यह रिवर फ्रंट अद्भुत व अनोखा होगा। इसके बन जाने से नदी का उपचार तो होगा ही साथ ही सौन्दर्यीकरण भी बढ़ेगा। आदि शंकराचार्य जी द्वारा स्थापित पचमठा रीवा वासियों के लिये सौभाग्य की बात है। रीवा में पुनर्घनत्वीकरण योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु मंत्री जी को उन्होंने साधुवाद दिया। उन्होंने आश्वस्त किया कि परियोजना की सतत मानीटरिंग कर इसे समय सीमा में पूर्ण कराने का कार्य कराया जायेगा। कमिश्नर ने शहरवासियों से सहयोग की अपेक्षा करते हुए आने वाली समस्याओं के त्वरित निराकरण हेतु आश्वस्त किया।
इस अवसर पर संत स्वामी रामललादास जी ने अपने आशिर्वचन में इस महत्वांकाक्षी परियोजना को साकार रूप देने हेतु उद्योग मंत्री को साधुवाद दिया। श्री कुशल प्रसाद शास्त्री ने पचमठा के ऐतिहासिक महत्व को बताते हुए संस्कृत भाषा के पठन-पाठन की व्यवस्था की मांग की। परियोजना के विल्डर एवं डेवलपर बंसल ग्रुप के अनिल बंसल ने कहा कि समय सीमा से पहले पूर्ण गुणवत्ता के साथ कार्य को पूरा किया जायेगा। तकनीकी प्रतिवेदन का प्रस्तुतीकरण कंसल्टेंट जितेन्द्र मेहता ने दिया। इससे पूर्व मंत्री जी ने मंच पर उपस्थित साधु संतों का सम्मान करते हुए उनसे आशिर्वाद प्राप्त किया।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश शासन की पुनर्घनत्वीकरण योजनान्तर्गत मध्यप्रदेश गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मण्डल द्वारा 2690.24 लाख रूपये की लागत से बीहर नदी के दोनो किनारों पर ग्रेविटी वाल का निर्माण कराकर पाथवे विकसित किये जायेंगे तथा सौन्दर्यीकरण, फूड प्लाजा, टायलेट्स ब्लाक, एम्फी थियेटर, पार्किंग जोन तथा हरित जोन का विकास किया जायेगा। कार्यक्रम कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक, अध्यक्ष नगर निगम सतीश सोनी, कमिश्नर नगर निगम आर.पी. सिंह, संत राजमणिदास करकचहा, केशवानंद जी, शेषमणिदास बहन निर्मला, डॉ. प्रभाकर चतुर्वेदी, प्रभा त्रिपाठी, वरिष्ठ पत्रकार अजय नारायण त्रिपाठी अलखू विधायक प्रतिनिधि विवेक दुबे, जिला गौ संवर्धन बोर्ड के उपाध्यक्ष राजेश पाण्डेय सहित संत समाज, विभागीय अधिकारी कार्यपालन यंत्री अनुज प्रताप सिंह, संजय अग्रवाल एवं शहरवासी प्रबुद्धजन व पत्रकार उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन जन अभियान परिषद के संभागीय समन्वयक अमिताभ श्रीवास्तव ने किया व आभार उपायुक्त गृह निर्माण मंडल एम.के. साहू ने किया ।