आदिवासियों का सम्मान कम नहीं होने दूँगा : मुख्यमंत्री श्री चौहान

आदिवासी समाज के विकास पर खर्च की जायेगी बजट की 24 प्रतिशत राशि
हर वर्ष मनाया जायेगा आदिवासी दिवस : आदिवासी नायकों की प्रतिमाएँ स्थापित की जायेंगी

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज धार में आयोजित राज्य-स्तरीय समारोह में कहा कि आदिवासियों का सम्मान कम नहीं होने दूँगा। आदिवासी नायकों की प्रतिमाएँ स्थापित की जायेंगी। प्रदेश में हर वर्ष आदिवासी दिवस मनाया जायेगा। आदिवासी समाज के विकास पर बजट की 24 प्रतिशत राशि खर्च की जायेगी। आदिवासी क्षेत्रों को बारहमासी सड़कों से जोड़ा जायेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश को आजादी दिलाने में आदिवासी समाज के नायकों बिरसा मुण्डा, टंटया भील, भीमा नायक, खाजया नायक, राणा पूजा भील, शंकर शाह, रानी दुर्गावती जैसे महानायकों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिये अंग्रेजों का डटकर मुकाबला किया था। इन्हीं की वजह से आज हम स्वतत्र हैं। मैं ऐसे महापुरूषों को प्रणाम करता हूँ। उन्होंने बताया कि वनाधिकार अधिनियम में प्रदेश के 2 लाख 24 हजार वनवासी भाईयों को भू-अधिकार पत्र दिये गये हैं। प्रदेश में अनुसूचित जनजाति के छात्र-छात्राओं को आईआईटी, इंजीनियरिंग, पीएमटी और पीएटी के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिये हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं। अनुसूचित जनजाति वर्ग के गरीब छात्र-छात्राओं की उच्च शिक्षा की फीस भी राज्य सरकार भरेगी, उनके माता-पिता को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में 136 विशिष्ट आदिवासी आवासी विद्यालयों का केन्द्रीय नवोदय विद्यालय की तर्ज पर उन्नयन करने का आश्वासन दिया।

घोषणाएँ

कक्षा एक से 9 तक की छात्र-छात्राओं को नि:शुल्क शिक्षा दी जायेगी।

धार और भोपाल में आदिवासी समाज का सामुदायिक भवन बनाने के लिये भूमि उपलब्ध कराई जायेगी।

आदिवासियों के ऊपर चल रहे न्यायालीन मुकदमे वापस लिये जायेंगे।

आदिवासी महिलाओं को प्रसूति सहायता योजना में लाभांवित किया जायेगा।

आरक्षित पदों की पूर्ति की कार्यवाही शीघ्र की जायेगी।

आदिवासी समाज के लिये आबादी के हिसाब से बजट का प्रावधान किया जायेगा।

आदिवासी समाज के नर्सरी से 12वीं कक्षा तक बच्चों को अंग्रेजी पढ़ाने के विशेष प्रयास किये जायेंगे।

आदिवासी ग्रामों में खनिज, रेत, गिट्टी पर संपूर्ण अधिकार ग्राम

श्री चौहान ने कहा कि आदिवासी क्षेत्रों में 2 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने आदिवासी समुदाय से आग्रह किया कि खेती की उन्नत तकनीक अपनाकर उत्पादन बढ़ायें, खेती को लाभ का धंधा बनाने की कोशिश करें, राज्य सरकार हरसंभव मदद करेगी। श्री चौहान ने आदिवासी क्षेत्र के 500 की आबादी वाले गाँव में साफ पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करवाने का आश्वासन दिया। श्री चौहान ने समारोह में शामिल विभिन्न आदिवासी कलाकार दलों को सम्मान निधि स्वरूप 25-25 हजार रूपये की सम्मान राशि देने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री ने आदिवासी समाज से अपील की कि एकजुट होकर नशामुक्ति के लिये कार्य करें। राज्य सरकार उन्हें साहूकारों के चंगुल से मुक्त करवायेगी। उन्होंने कार्यक्रम के प्रारंभ में आदिवासी जननायक टंटया भील और बिरसा मुण्डा के चित्र पर माल्यार्पण किया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर आईआईटी तथा नीट में चयनित छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहन राशि और प्रशस्ति-पत्र प्रदान किये। इसी के साथ विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत हितग्राहियों को स्वीकृति पत्र तथा ऋण राशि के चेक वितरित किये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने तेन्दूपत्ता संग्राहक श्रीमती रेशम बाई पति खुमान को चरण पादुका पहनाई और उन्हें वाटर बॉटल तथा साड़ी प्रदाय की।

इस अवसर पर पूर्व मंत्री श्री विक्रम वर्मा, सांसद श्रीमती सावित्री ठाकुर, विधायक श्रीमती नीना वर्मा, श्रीमती रंजना बघेल, श्री भंवर सिंह शेखावत, श्री बेल सिंह भूरिया और श्री कालू सिंह ठाकुर, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मालती मोहन पटेल, नगर पालिका अध्यक्ष श्री मुकाम सिंह किराड़े, अन्य जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में आदिवासी समुदाय मौजूद था।

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