रीवा के गौरव भारोत्तोलक मुकेश ने देश को दिलाया कांस्य पदक
विन्ध्य क्षेत्र के कई खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में सफलताएं अर्जित की हैं। तैराकी में कैप्टन बजरंगी प्रसाद से लेकर क्रिकेट में ईश्वर पाण्डेय तक कई नाम इसमे शामिल हैं। इस शानदार परम्परा को रीवा के गौरव भारोत्तोलक मुकेश त्रिपाठी ने आगे बढ़ाया है। उन्होंने राजस्थान के उदयपुर में आयोजित एशियाई भारोत्तोलन प्रतियोगिता में भारत को कांस्य पदक दिलाया है। इस प्रतियोगिता में 18 देशों के 300 से ज्यादा भारोत्तोलकों ने भाग लिया। इस सफलता पर उद्योग, वाणिज्य तथा खनिज मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने शासकीय आवास भोपाल में आयोजित समारोह में श्री त्रिपाठी का सम्मान किया।
श्री त्रिपाठी रीवा जिले के ग्राम छिपिया के निवासी हैं। बचपन से ही उनका रूझान खेलों की ओर था। उन्होंने भारोत्तोलन में अपना भाग्य आजमाया। कठिन परिश्रम तथा कुशल खेल प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में उनके खेल में निखार आता गया। उन्होंने वर्ष 2017 से मंत्रालय स्पोर्ट क्लब भोपाल में प्रशिक्षण आरंभ किया। उन्हें संजय सक्सेना द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके पहले श्री त्रिपाठी में व्हीकल हेल्थ क्लब जबलपुर में खेल प्रशिक्षक दीपांकर सरकार से प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं। श्री त्रिपाठी ने दिसंबर 2017 में केरल में आयोजित एशियन क्लासिक चैम्पियनशिप में ओवरआल तीसरा स्थान प्राप्त किया। वे पांच सालों से मप्र के राज्य स्तरीय ओवरआल चैम्पियन हैं। उन्होंने स्नैच एवं जर्क में कुल 895 किग्रा वजन उठाकर रिकार्ड बनाया है।
भारोत्तोलक मुकेश त्रिपाठी ने उदयपुर में एशियन चैम्पियनशिप में स्काटॅ में 325 किग्रा वजन उठाकर भारत को कांस्य पदक दिलाया। उन्होंने कुल 797.5 किग्रा वजन उठाया। श्री त्रिपाठी ने वर्ष 2018 में कोयम्बटूर में आयोजित नेशनल पावरÏफ्टग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता है। जम्मू कश्मीर में आयोजित ओपन नेशनल चैम्पियनशिप में श्री त्रिपाठी ने रजत पदक जीता था। वे आगामी एशियाई खेलों तथा कॉमनवेल्थ खेलों में देश के लिये पदक जीतना चाहते हैं इसके लिये वे निरन्तर कड़ा अभ्यास कर रहे हैं।