अगले वर्ष तेदूपत्ता संग्राहको को 500 करोड रूपये का बोनस वितरित होगा

मुख्यमंत्री ने बरौंधा से प्रारंभ की तेंदूपत्ता संग्राहको के लिये चरण पादुका योजना

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वन प्रांतर क्षेत्र मे पैदा होने वाली वनोपज का उचित मूल्य दिलाने के लिये सरकार महुआ अचार की गुठली जैसे वनोपज की खरीदी समर्थन मूल्य पर कर रही है। इस वर्ष पूरे प्रदेश मे तेदूंपत्ता संग्राहको को 2015-16 वर्ष का बोनस लगभग 71 करोड रूपये वितरित किया जा रहा है। अगले वर्ष तेदूंपत्ता संग्राहको को 500 करोड रूपये का बोनस वितरित किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान सोमवार को सतना जिले के मझगवां विकासखण्ड के ग्राम बरौंधा में तेंदूपत्ता संग्राहको के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने तेंदूपत्ता संग्राहको के लिये शुरू की गई चरण पादुका योजना के अंतर्गत जूते चप्पल अपने हाथो से संग्राहको को पहनाकर और पानी की बाटल प्रदान कर प्रदेश मे योजना की शुरूआत की। इस मौके पर प्रदेश के वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार, उद्योग मंत्री राजेन्द्र शुक्ल, सांसद गणेश सिंह, म.प्र. राज्य वनोपज संघ के अध्यक्ष महेश कोरी, महापौर ममता पाण्डेय, जिला पंचायत अध्यक्ष सुधा सिंह, उपाध्यक्ष डॉ. रश्मि सिंह, पूर्व विधायक सुरेन्द्र सिंह गहरवार, वनोपज संघ के जिला अध्यक्ष ओमपुरी गोस्वामी, कमिश्नर एस.के.पॉल, आई.जी. अंशुमान यादव, कलेक्टर नरेश पाल, पुलिस अधीक्षक राजेश हिंगणकर, सी.सी.एफ. एम.कालीदुर्रई, डी.एफ.ओ. राजीव मिश्रा सहित पूर्व पिछडा वर्ग आयोग सदस्य लक्ष्मी यादव, रामदास मिश्रा, कमलाकर चतुर्वेदी भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने तेंदूपत्ता संग्राहको के सम्मेलन को संबोधित करते हुये कहा कि राज्य सरकार द्वारा आचार की गुठली महुआ तेंदूपत्ता एवं अन्य वनोपज संग्राहको के लिये अनेक योजनाओ संचालित की जा रही है। महुआ फूल की खरीदी भी 30 रूपये प्रति किलो की दर पर खरीदने का कार्य प्रारंभ किया गया है। उन्होने कहा कि मझगवां के वन प्रांतर क्षेत्र में अचार महुआ करंज जैसी कई तरह की वनोपज पैदा होती है। इनकी खरीदी के लिये वन विभाग द्वारा बरौंधा कौहारी पछीत और पाथरकछार में 4 खरीदी केन्द्र खोले जायेगें। उन्होने कहा कि मझगवां के इस क्षेत्र में गरीबी की समस्या है। अतः जितने भी गरीबी रेखा के पात्र हितग्राही शेष है उन्हे अभियान चलाकर बी.पी.एल. सूची मे नाम जोडने की कार्यवाही की जाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गरीबो को पक्का मकान देने की योजना के तहत सतना जिले मे 23 हजार और इस क्षेत्र मे 6 हजार मकान स्वीकृत किये गये है। चालू वर्ष के दौरान इस क्षेत्र में 5 हजार मकानो का विशेष पैकेज दिया जायेगा। उन्होने कहा कि खेती को फायदे का धंधा बनाने के संकल्प के तहत पाथरकछार मे 30 करोड 64 लाख रूपये का तालाब, 4 करोड का झजरहा तालाब कंदर भियामऊ गहोखर तालाब से सिंचाई की व्यवस्था भी बनाई जायेगी। उन्होने कहा कि छोटे बडे तालाब बनाकर सिंचाई के पानी की व्यवस्था होगी तथा क्षेत्र मे 5 हजार कपिलधारा के कुंए भी बनाये जायेगें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किसानो के कल्याण के लिये एक हजार करोड रूपये से मूल्य स्थिरिकरण कोष बनाया जायेगा। उन्होने इस क्षेत्र की महिलाओ को स्व-सहायता समूह से जोडकर मुर्गीपालन बडी पापड बनाने आदि की स्वरोजगार योजनाए उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि बरौंधा क्षेत्र सहित पूरे पठारी अंचल का सर्वे कराकर जहां से पानी उपलब्ध होगा वहां से पानी की उपलब्धता की योजना तैयार की जायेगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि क्षेत्र में 50 कस्टम हायरिंग केन्द्र भी मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना और युवा उद्यमी योजना के माध्यम से स्थापित किये जायेगें। क्षेत्र के हाईस्कूल और हायर सेकेण्डरी विद्यालयो मे फर्नीचर की व्यवस्था की जायेगी तथा पहाडी अंचल के इस क्षेत्र मे तीन दीनदयाल चलित अस्पताल भी संचालित किये जायेगें। इस अवसर पर उन्होने हाईस्कूल चुंआ झरी बरौंधा को हायर सेकेण्डरी के रूप मे तथा नरदहा को हाईस्कूल के रूप मे उन्नयन करने की बात भी कही। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वनोपज और बांस शिल्प की प्रदर्शनी का अवलोकन किया तथा तेंदूपत्ता संग्राहको के लिये शुरू की गई चरण पादुका योजना के तहत मंच पर तेंदूपत्ता संग्राहको को बैठाकर सम्मानपूर्वक जूते चप्पल पहनाये तथा पानी की बाटल भेंट की। इस मौके पर उन्होने एक हजार रूपये से कम बोनस प्राप्त करने वाले संग्राहको को नगद राशि और एक हजार रूपये से अधिक बोनस प्राप्त करने वाले हितग्राहियो को स्वीकृत पत्रक का वितरण किया।

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